नई दिल्ली। चीन में एचएमपीवी वायरस से पहले ही अफरा-तफरी मची हुई है और अब एक नए वायरस के स्ट्रेन ने देश में खलबली मचा दी है। चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने 9 जनवरी, 2025 को बताया कि उन्होंने नए एमपॉक्स स्ट्रेन क्लेड 1बी का पता लगाया है। यह वायरस पिछले साल विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किए जाने के बाद कई देशों में फैल चुका है।
चीन के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के अनुसार, मंकीपॉक्स का यह क्लेड पहले कांगो समेत कुछ अफ्रीकी देशों में पाया गया था और चीन में एक विदेशी नागरिक के संपर्क में आने से यह वायरस फैला। चार नए मामलों की पुष्टि हुई है, जिनमें मरीजों के लक्षण हल्के हैं और उनकी त्वचा पर दाने और छाले हैं।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने एमपॉक्स को कैटगरी बी संक्रामक रोग के रूप में प्रबंधित करने का निर्णय लिया है, जिससे अधिकारी आपातकालीन उपाय कर सकेंगे। ये उपायों में भीड़-भाड़ को रोकना, स्कूल और कामकाजी स्थानों को निलंबित करना और प्रभावित क्षेत्रों को सील करना शामिल है। चीनी सरकार ने पिछले साल अगस्त में कहा था कि वह देश में एंट्री करने वाले लोगों और सामानों पर एमपॉक्स की निगरानी रखेगा।
जानिए कैसे फैलता है एमपॉक्स :-
एमपॉक्स क्लोज कॉन्टेक्ट के माध्यम से फैलता है और यह फ्लू जैसे लक्षण और शरीर पर मवाद भरे घावों का कारण बन सकता है। हालांकि यह आमतौर पर घातक नहीं होता, लेकिन दुर्लभ मामलों में यह जानलेवा भी हो सकता है। पिछले दो वर्षों में, WHO ने अगस्त 2024 में एमपॉक्स को वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था, जब यह डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (डीआरसी) और उसके पड़ोसी देशों में फैल गया था।
