वाराणसी। प्रतिष्ठित माँ अन्नपूर्णा मंदिर में कुंभाभिषेक समारोह की भव्य तैयारियां जोरों पर हैं। यह आयोजन 1 फरवरी से 9 फरवरी तक संपन्न होगा। शुक्रवार को मंदिर के महंत शंकर पुरी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सर्किट हाउस में भेंट कर उन्हें कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण दिया।
देशभर के तीर्थों का जल और हिमालय की जड़ी-बूटियां होंगी उपयोग
महंत शंकर पुरी ने बताया कि कुंभाभिषेक के दौरान माता अन्नपूर्णा के मंदिर के स्वर्ण शिखर पर देशभर के तीर्थों के जल और हिमालय की विशेष जड़ी-बूटियों से अभिषेक किया जाएगा। इस आयोजन में शृंगेरी के शंकराचार्य भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे।
750 वैदिक करेंगे वेदों का पारायण
कुंभाभिषेक के प्रथम दिवस से ही देशभर के 750 वैदिक विद्वान वेदों की सभी शाखाओं का पारायण करेंगे। इसमें देश के पूरब, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण से आए ब्राह्मण सम्मिलित होंगे। इसके अलावा लक्षचंडी महायज्ञ, कोटिकुमकुमार्चन, सभी पुराणों का पाठ और आयुध होम जैसे धार्मिक अनुष्ठान भी आयोजित किए जाएंगे।
7 फरवरी को होगा मुख्य कुंभाभिषेक
7 फरवरी को कुंभाभिषेक के सभी विधानों के तहत तीर्थों के पवित्र जलकलशों से माता अन्नपूर्णा मंदिर के नवनिर्मित स्वर्ण शिखर का अभिषेक किया जाएगा। गर्भगृह के मुख्य शिखर को स्वर्णमंडित करने का कार्य दक्ष कारीगरों द्वारा दक्षिण भारत में किया गया है।
भगवान शिव की नई प्रतिमा होगी स्थापित

मंदिर के मुख्य द्वार के बाहर माँ अन्नपूर्णा से भिक्षा ग्रहण करते भगवान शिव की नई प्रतिमा को मौनी अमावस्या के बाद स्थापित किया जाएगा। इस प्रतिमा का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
तैयारियां अंतिम चरण में
मंदिर प्रांगण को भव्य रूप देने के लिए केमिकल-मुक्त रंगों से चित्रावली बनाई जा रही है। मंदिर मंडप के शिखर का रंग-रोगन भी पूरा हो चुका है। इस कुंभाभिषेकम में भक्तों को दिव्य और भव्य अनुभव प्राप्त होगा।
माँ अन्नपूर्णा मंदिर के कुंभाभिषेक समारोह में सीएम योगी आदित्यनाथ और शृंगेरी शंकराचार्य की उपस्थिति इसे और भी विशेष बनाएगी। श्रद्धालु इस आयोजन के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।