पूर्वी लेबनान के बेका घाटी क्षेत्र में हिजबुल्ला के शीर्ष कमांडर मोहम्मद अली हमादी की हत्या ने क्षेत्र में तनाव को और बढ़ा दिया है। अज्ञात हमलावरों ने पश्चिमी बेका जिले के मचघरा में हमादी को उनके घर के बाहर छह गोलियां मारीं। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
हमादी का नाम एफबीआई के मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची में शामिल था। उन्होंने 1985 में एथेंस से रोम जा रहे एक विमान को हाईजैक किया था, जिसमें 153 यात्री और चालक दल के सदस्य थे।
हत्या के पीछे पारिवारिक विवाद या इस्राइल का हाथ?
घटना के पीछे पारिवारिक विवाद का शक जताया जा रहा है, लेकिन कुछ रिपोर्ट्स में इस्राइल पर भी आरोप लगाए गए हैं। लेबनानी अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
युद्धविराम समझौता खतरे में

नवंबर 2024 में हिजबुल्ला और इस्राइल के बीच हुआ युद्धविराम समझौता पहले ही नाजुक स्थिति में था। समझौते के तहत 26 जनवरी 2025 तक इस्राइल को दक्षिणी लेबनान से अपनी सेना हटानी थी, जबकि हिजबुल्ला को लिटानी नदी के उत्तर में पीछे हटना था।
अब हमादी की हत्या के बाद इस समझौते के भविष्य पर सवाल खड़े हो गए हैं। क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच, यह घटना शांति प्रयासों को गहरा झटका दे सकती है।