प्रयागराज I प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में देश के कोने-कोने से साधु-संत और अनोखे बाबा अपनी पहचान बना रहे हैं। इन्हीं में से एक नाम है पहलवान बाबा का, जिन्हें लोग उनके विशेष अंदाज और कठिन योगाभ्यास के कारण “पहलवान बाबा” के नाम से जानते हैं। 50 साल के पहलवान बाबा युवाओं को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ नशामुक्त जीवन जीने का संदेश दे रहे हैं।
कसरत और योग से बना रहे प्रेरणा का स्रोत
पहलवान बाबा महाकुंभ में अपने कठिन योगाभ्यास और कसरत के लिए सुर्खियों में हैं। गले में रुद्राक्ष की माला, सिर पर भगवा साफा, और केवल धोती पहनकर, बाबा दिनभर कठिन अभ्यास करते रहते हैं। उनका कहना है, “मैं युवाओं को यह दिखाना चाहता हूं कि अगर 50 साल की उम्र में मैं यह सब कर सकता हूं तो वे इससे कहीं ज्यादा कर सकते हैं।”
दस हजार पुशअप्स और चक्री दंड का है कौशल
बाबा का दावा है कि वे एक हाथ से दस हजार पुशअप्स, चक्री दंड और फुटबॉल पर हैंडस्टैंड कर सकते हैं। उनका कहना है, “युवाओं को गलत आदतों से दूर रहना चाहिए, माता-पिता और संतों की बात माननी चाहिए और घर का खाना खाना चाहिए। इससे वे मजबूत और स्वस्थ बन सकते हैं।”
स्वस्थ भारत बनाने की इच्छा
पहलवान बाबा का उद्देश्य युवाओं को बुरी आदतों और नशे से दूर कर भारत को “विश्व गुरु” बनाना है। बाबा बताते हैं कि उन्हें रोजाना ऐसे फोन आते हैं, जिनमें लोग यह बताते हैं कि उन्होंने बाबा से प्रेरित होकर अपने स्वास्थ्य पर काम करना शुरू कर दिया है। यह जानकर बाबा को बेहद खुशी मिलती है।
युवाओं को सही राह दिखाने का संदेश
बाबा ने कहा कि आज का युवा गलत खानपान और संगत के कारण भटक रहा है। वे चाहते हैं कि युवा सही दिशा में लौटें और अपने शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाएं। बाबा के मुताबिक, “अगर हर कोई अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने लगे, तो हमारा देश आने वाले समय में सबसे स्वस्थ देशों में गिना जाएगा।”