नई दिल्ली। आज का दिन भारत के लिए गर्व और सम्मान का प्रतीक है। देश ने 76वां गणतंत्र दिवस बड़े ही हर्षोल्लास और भव्यता के साथ मनाया। राजधानी दिल्ली स्थित कर्तव्य पथ पर आयोजित इस भव्य समारोह में राष्ट्र की विविधता और एकता की झलक देखने को मिली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर समारोह की शुरुआत की। समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर गणतंत्र दिवस के महत्व और इसकी ऐतिहासिकता को याद किया।
इस बार गणतंत्र दिवस समारोह में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उनका स्वागत भव्य और परंपरागत तरीके से किया गया, जो भारत और इंडोनेशिया के मजबूत संबंधों को दर्शाता है।
कर्तव्य पथ पर देश के सशस्त्र बलों, विभिन्न राज्यों की झांकियों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। यह समारोह न केवल भारत की सैन्य ताकत और सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करता है, बल्कि हमारी लोकतांत्रिक प्रणाली की शक्ति का भी प्रतीक है।
गणतंत्र दिवस का यह अवसर हर भारतीय को अपने देश के प्रति गर्व और जिम्मेदारी का एहसास कराता है। यह दिन हमें हमारे संविधान की अहमियत और उसके प्रति समर्पण की याद दिलाता है। समारोह के दौरान लोगों ने अपनी देशभक्ति और एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए देश के भविष्य को और उज्ज्वल बनाने का संकल्प लिया।
भारत के इस विशेष दिन पर देशवासियों ने अपनी परंपराओं और मूल्यों को संजोते हुए इसे ऐतिहासिक बना दिया।
