लखनऊ I उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर अपने सरकारी आवास पर तिरंगा फहराया। इस दौरान उन्होंने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए भारतीय संविधान की महत्ता और उसके आदर्शों पर प्रकाश डाला।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ही के दिन 1950 में भारत ने अपना संविधान लागू कर एक संप्रभु और लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में नई यात्रा शुरू की थी। उन्होंने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के नेतृत्व में संविधान सभा द्वारा किए गए ऐतिहासिक योगदान को याद किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत का संविधान न्याय, समता और बंधुता के साथ समाज को जोड़ने की प्रेरणा देता है।
सीएम योगी ने स्वतंत्रता संग्राम के महानायकों महात्मा गांधी, सरदार पटेल, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, डॉ. राजेंद्र प्रसाद और डॉ. भीमराव अंबेडकर को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान जाति, धर्म, भाषा और लिंग के भेदभाव के बिना हर नागरिक को समान अधिकार प्रदान करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संविधान हमें दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र होने का गौरव प्रदान करता है। जब विश्व के कई लोकतांत्रिक देशों में महिलाओं और वंचित वर्गों को मतदान का अधिकार नहीं था, तब भारत ने इसे पहले दिन से सुनिश्चित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में गरीबों, किसानों और वंचित वर्गों के लिए कई योजनाओं का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने इन्हें “आधुनिक रामराज्य” का स्वरूप बताया। उन्होंने कहा कि हर नागरिक अगर अपने कर्तव्यों का पालन करे, तो भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का सपना 25 वर्षों में साकार हो सकता है।

राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने भी प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पर्व भारतीयता के गौरव का उत्सव है और हमारा संविधान हर भारतीय के अधिकारों व कर्तव्यों का मार्गदर्शन करता है।