नई दिल्ली I चीन के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडल ‘Deepseek’ की एंट्री से अमेरिकी टेक कंपनी एनवीडिया के शेयरों में सोमवार को भारी गिरावट दर्ज की गई। कंपनी का शेयर 17% गिरकर 118.42 डॉलर के स्तर पर बंद हुआ, जिससे कंपनी के बाजार पूंजीकरण में 593 बिलियन डॉलर (करीब ₹51.31 लाख करोड़) की कमी आई।
एनवीडिया के CEO जेनसेन हुआंग की संपत्ति में भी ₹1.79 लाख करोड़ का नुकसान हुआ। उनकी कुल संपत्ति घटकर $103.7 बिलियन (₹8.97 लाख करोड़) रह गई, जिससे वे अरबपतियों की सूची में 10वें स्थान से खिसककर 17वें स्थान पर पहुंच गए।
चीनी AI मॉडल Deepseek की बढ़त
Deepseek एक ओपन-सोर्स और कम लागत वाला AI मॉडल है, जिसने अमेरिकी टेक इंडस्ट्री को बड़ी चुनौती दी है। चीन का यह मॉडल बेहद कम लागत में तैयार किया गया है, जबकि अमेरिकी कंपनियों ने AI तकनीक में भारी निवेश किया है। डीपसीक ने एप्पल ऐप स्टोर पर OpenAI के ChatGPT को भी डाउनलोडिंग के मामले में पछाड़ दिया है।
अमेरिकी बाजारों पर असर
एनवीडिया के शेयरों में गिरावट के चलते अमेरिकी शेयर बाजार नास्डैक में भी 3.07% की गिरावट दर्ज की गई। टेक सेक्टर के S&P 500 इंडेक्स में 5.6% की गिरावट के साथ यह सितंबर 2020 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट रही।
ट्रम्प की प्रतिक्रिया
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इसे अमेरिकी कंपनियों के लिए चेतावनी बताया और कहा कि चीन के एडवांस सेमीकंडक्टर तकनीक पर निर्यात पाबंदी लगानी होगी। ट्रम्प ने इसे सिलिकॉन वैली के लिए एक सकारात्मक झटका भी बताया, जो कम लागत में इनोवेशन को मजबूर करेगा।

डीपसीक की सफलता के कारण
- Deepseek पूरी तरह फ्री और ओपन-सोर्स AI मॉडल है।
- मात्र ₹48.45 करोड़ की लागत में इसे तैयार किया गया।
- कोडिंग और गणितीय कार्यों में सटीक परिणाम दे रहा है।
- अमेरिकी कंपनियों पर प्रभाव
- अमेरिकी सेमीकंडक्टर तकनीक पर भी अब सख्त पाबंदियां लगाई जा रही हैं। एनवीडिया और अन्य कंपनियों के एडवांस AI चिप्स की बिक्री पर अमेरिका ने निगरानी शुरू कर दी है।