नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में बजट 2025 पेश करते हुए स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए कई अहम घोषणाएं की हैं। इस बार मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने, कैंसर के इलाज को सस्ता करने और दवाओं पर टैक्स छूट जैसी योजनाओं को प्राथमिकता दी गई है।
स्वास्थ्य क्षेत्र में क्या-क्या बड़े ऐलान हुए?
- मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा– वीजा प्रक्रिया को आसान बनाया जाएगा, जिससे विदेशी मरीजों के लिए भारत में इलाज कराना सुविधाजनक होगा।
- कैंसर के इलाज को सस्ता किया जाएगा– देशभर में 200 जिला अस्पतालों में कैंसर डे केयर सेंटर खोले जाएंगे।
- कैंसर की 36 दवाओं पर टैक्स में छूट – इन दवाओं की कीमतों में भारी कमी आएगी।
- मेडिकल उपकरण होंगे किफायती– मरीजों की देखभाल के लिए इस्तेमाल होने वाले उच्च तकनीक वाले मेडिकल उपकरण अब कम दाम में उपलब्ध होंगे।
- दवाइयों पर टैक्स छूट – कई आवश्यक दवाओं की कीमतों को कम करने के लिए सरकार ने टैक्स में राहत देने का फैसला लिया है।
कैंसर: एक गंभीर बीमारी, जिसका इलाज आसान नहीं
कैंसर एक खतरनाक बीमारी है, जो धीरे-धीरे शरीर को प्रभावित करती है। अधिकतर मामलों में इसके लक्षण अंतिम चरण में सामने आते हैं, जिससे इलाज मुश्किल हो जाता है। कैंसर से पीड़ित मरीज सिर्फ शारीरिक रूप से ही नहीं, बल्कि मानसिक रूप से भी कमजोर हो जाता है। इस कारण कई बार मरीजों को मनोचिकित्सक की मदद लेनी पड़ती है।
कैंसर का इलाज इतना महंगा क्यों होता है?
कैंसर का इलाज बेहद महंगा होता है, जिससे इसे हर कोई आसानी से वहन नहीं कर पाता। इसके महंगे होने के पीछे कई कारण हैं:
उन्नत बॉयोटेक्नोलॉजी– कैंसर की दवाएं आधुनिक तकनीकों से बनाई जाती हैं, जो इन्हें अन्य दवाओं की तुलना में महंगा बनाती हैं।
लंबी रिसर्च प्रक्रिया– एक नई कैंसर दवा विकसित करने में कई साल लगते हैं, जिससे उत्पादन लागत बढ़ जाती है।
इलाज का लंबा दौर – कैंसर का इलाज महीनों या सालों तक चल सकता है, और कई मामलों में दोबारा होने की संभावना रहती है।
उच्च गुणवत्ता वाले मेडिकल उपकरण– कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाले स्कैनर, रेडिएशन मशीन और अन्य उपकरण बेहद महंगे होते हैं।
मनोचिकित्सक की आवश्यकता– कैंसर के मरीजों को मानसिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए मनोचिकित्सकों की मदद लेनी पड़ती है, जिनकी फीस अधिक होती है।
बजट 2025 से कैंसर मरीजों को कितनी राहत मिलेगी?
इस बजट में सरकार ने कैंसर से जूझ रहे मरीजों के लिए दवाओं और उपकरणों को सस्ता करने का फैसला लिया है। इससे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मरीजों को भी बेहतर इलाज मिल सकेगा। साथ ही, सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को सुलभ बनाने के लिए अधिक जिला अस्पतालों में कैंसर ट्रीटमेंट सेंटर खोलने की योजना पर काम कर रही है।
बजट 2025 के इन फैसलों से स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूती मिलेगी और आम जनता को बेहतर और सुलभ चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी।