भारत की अंडर-19 महिला टीम ने 2025 टी20 विश्व कप का खिताब अपने नाम कर लिया। फाइनल मुकाबले में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को नौ विकेट से मात देकर लगातार दूसरी बार यह प्रतिष्ठित ट्रॉफी जीती। दक्षिण अफ्रीकी टीम ने 83 रनों का लक्ष्य दिया, जिसे भारतीय टीम ने 11.2 ओवर में महज एक विकेट खोकर हासिल कर लिया। इस जीत ने भारतीय टीम की जबरदस्त मजबूती और टीमवर्क को फिर से साबित कर दिया।
दक्षिण अफ्रीका की कमजोर बल्लेबाजी
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का दक्षिण अफ्रीकी कप्तान कायला रेनेके का फैसला उनकी टीम के लिए भारी पड़ा। भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए दक्षिण अफ्रीका को मात्र 82 रन पर समेट दिया। विरोधी टीम की कमजोर बल्लेबाजी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनके चार बल्लेबाज खाता भी नहीं खोल सके।
गोंगाड़ी त्रिसा ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए तीन विकेट चटकाए, जबकि पारुनिका सिसौदिया, आयुषी शुक्ला और वैष्णवी शर्मा ने दो-दो विकेट लेकर दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी। पहले ही दो ओवर में सिमोन लॉरेन्स और जेम्मा बोथा आउट हो गईं, जिससे टीम दबाव में आ गई। इसके बाद आयुषी शुक्ला और गोंगाड़ी त्रिसा ने मध्यक्रम को तहस-नहस कर दिया और दक्षिण अफ्रीका की पारी 20 ओवर में 82 रनों पर सिमट गई।
भारत की शानदार बल्लेबाजी
82 रनों के मामूली लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने दमदार शुरुआत की। गोंगाड़ी त्रिसा ने न केवल गेंदबाजी में बल्कि बल्लेबाजी में भी अपनी काबिलियत साबित की और 17 गेंदों में 28 रन बनाए। सानिका चलके (5) और कमलिनी (8) ने भी कुछ योगदान दिया, लेकिन त्रिसा की शानदार पारी ने टीम को जीत के करीब पहुंचा दिया।
भारत ने बिना किसी कठिनाई के 11.2 ओवर में 83 रन बनाकर जीत हासिल कर ली। गोंगाड़ी त्रिसा ने नाबाद 44 रन की धमाकेदार पारी खेली और टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई।
लगातार दूसरी जीत, ऐतिहासिक उपलब्धि
यह जीत भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि टीम ने लगातार दूसरी बार महिला अंडर-19 टी20 विश्व कप जीता है। इससे पहले 2023 में भारत ने इस टूर्नामेंट का पहला संस्करण अपने नाम किया था। इस बार निकी प्रसाद की कप्तानी में टीम ने शानदार खेल दिखाया, जबकि गोंगाड़ी त्रिसा ने फाइनल में ऑलराउंड प्रदर्शन कर टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई।
यह 2023 के बाद भारतीय क्रिकेट के लिए दूसरा आईसीसी खिताब है, जो सीनियर और जूनियर दोनों स्तरों पर भारत की क्रिकेट प्रतिभा को दर्शाता है।
फाइनल में खेलने वाली टीमें:
दक्षिण अफ्रीका:
जेम्मा बोथा, सिमोन लॉरेन्स, दियारा रामलाकन, फे काउलिंग, कायला रेनेके (कप्तान), काराबो मेसो (विकेटकीपर), मिके वैन वूर्स्ट, सेशनी नायडू, एशले वान विक, मोनालिसा लेगोडी, नथाबिसेंग निनी।
भारत:
जी कमलिनी (विकेटकीपर), गोंगाड़ी त्रिसा, सानिका चालके, निकी प्रसाद (कप्तान), ईश्वरी अवसारे, मिथिला विनोद, आयुषी शुक्ला, जोशिता वीजे, शबनम एमडी शकील, पारुनिका सिसौदिया, वैष्णवी शर्मा।
भारतीय महिला क्रिकेट के इस ऐतिहासिक प्रदर्शन ने खेल प्रेमियों के बीच खुशी की लहर दौड़ा दी है और यह जीत युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बन गई है।