प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अवसर पर हुई भगदड़ को लेकर बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री के एक बयान ने विवाद खड़ा कर दिया था। उन्होंने कहा था कि भगदड़ में जान गंवाने वालों को मोक्ष प्राप्त हुआ है। उनके इस बयान की तीखी आलोचना हुई, जहां संतों से लेकर सोशल मीडिया यूजर्स तक ने विरोध जताया।
अब इस मुद्दे पर धीरेंद्र शास्त्री ने सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से समझा गया। उन्होंने कहा,
“मुझे इस घटना का अत्यंत दुख है और यह मेरे हृदय को पीड़ा पहुंचाने वाला है। लेकिन लोगों ने मेरे कहने का अर्थ गलत निकाला। राजनेता अपनी राजनीति कर रहे हैं, लेकिन सनातन कोई राजनीतिक मंच नहीं है। हिंदुत्व राजनीति का केंद्र नहीं है। महाकुंभ बयानबाजी और राजनीति का मंच नहीं है। शव और शिव पर टिप्पणी करना उचित नहीं है, यह आस्था और भरोसे का प्रतीक है।”
बुंदेलखंड महोत्सव: 251 कन्याओं का विवाह कराएगा बागेश्वर धाम
मध्य प्रदेश के छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम में बुंदेलखंड महोत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं। इस महोत्सव के दौरान 251 कन्याओं का सामूहिक विवाह संपन्न कराया जाएगा। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने इस आयोजन को लेकर बैठक की और बताया कि 26 फरवरी को यह विवाह कार्यक्रम संपन्न होगा।
इसमें 108 आदिवासी कन्याओं सहित अन्य समाज की बेटियां भी विवाह के बंधन में बंधेंगी। जाति-प्रथा की कुरीतियों को मिटाने के उद्देश्य से दूल्हों को घोड़े पर बैठाकर सम्मानित किया जाएगा।
बागेश्वर धाम में बनेगा कैंसर अस्पताल
धीरेंद्र शास्त्री ने जानकारी दी कि 23 फरवरी को कैंसर अस्पताल का भूमि पूजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में देश की प्रतिष्ठित हस्तियां शामिल होंगी।
अस्पताल का निर्माण तीन चरणों में किया जाएगा, जिसमें पहले चरण में 100 बिस्तरों वाला अत्याधुनिक चिकित्सा केंद्र स्थापित किया जाएगा। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भूमि पूजन का निमंत्रण भेजा गया है।
उम्मीद है कि यह अस्पताल जरूरतमंद मरीजों के लिए वरदान साबित होगा और उन्हें बेहतरीन चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराएगा।