वाराणसी। जनपद में 10 फरवरी को एक से 19 वर्ष के 19 लाख से अधिक बच्चों को पेट के कीड़े निकालने की दवा एल्बेंडाजोल खिलाई जाएगी। इस अभियान में सरकारी, मान्यता प्राप्त, प्राइवेट स्कूलों और मदरसों के शिक्षकों का सहयोग लिया जाएगा। साथ ही उन बच्चों को भी दवा दी जाएगी जो स्कूल नहीं जाते हैं।
बच्चों के स्वास्थ्य में होगा सुधार
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि पेट में कीड़े होने से बच्चों में कुपोषण और खून की कमी की समस्या बढ़ जाती है, जिससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित होती है। कृमिनाशक दवा देने से बच्चों के शारीरिक विकास, पोषण स्तर और सीखने की क्षमता में सुधार होता है।
शहरी और ग्रामीण इलाकों में बड़े स्तर पर होगा अभियान
अभियान के तहत शहरी क्षेत्र में 7.20 लाख और ग्रामीण क्षेत्र में 11.80 लाख बच्चों को दवा दी जाएगी। इस कार्य में 3,914 आंगनबाड़ी केंद्र और 2,853 सरकारी व निजी स्कूलों के शिक्षकों की सहायता ली जाएगी।
14 फरवरी को होगा मॉप-अप राउंड
इस विशेष अभियान में ईंट-भट्ठों पर काम करने वाले श्रमिकों के बच्चों को भी आंगनबाड़ी केंद्रों पर दवा दी जाएगी। 1 से 2 वर्ष के बच्चों को आधी गोली और 2 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को पूरी गोली खिलाई जाएगी। जो बच्चे 10 फरवरी को दवा नहीं ले पाएंगे, उनके लिए 14 फरवरी को मॉप-अप राउंड आयोजित किया जाएगा, ताकि शत-प्रतिशत बच्चों को कृमिनाशक दवा दी जा सके।