वाराणसी। साइबर अपराधियों द्वारा विदेशी कंपनियों में नौकरी दिलाने के नाम पर 80 लाख रुपये की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का खुलासा हुआ है। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल के निर्देश पर डीसीपी क्राइम प्रमोद कुमार, एसीपी गौरव कुमार और एसीपी श्रुति श्रीवास्तव के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित कर कार्रवाई की गई।
वाराणसी पुलिस की साइबर क्राइम टीम ने इस गिरोह के सरगना समेत तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से भारी मात्रा में मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर डेस्कटॉप, टेलीफोन, वाई-फाई राउटर, सिम कार्ड, नकदी समेत अन्य सामान बरामद किया है।

जानिए कैसे हुई ठगी :-
पीड़ित अखिलेश कुमार पांडेय ने साइबर क्राइम थाना, वाराणसी में शिकायत दर्ज कराई थी कि जॉब प्रोवाइडर कंपनियों से डेटा चोरी कर अपराधियों ने Indeed कंपनी के प्रतिनिधि के रूप में उनसे संपर्क किया और ऑस्ट्रेलिया में नौकरी दिलाने का झांसा देकर विभिन्न फीस व टैक्स के नाम पर 80 लाख रुपये ठग लिए। मामले में थाना साइबर क्राइम वाराणसी ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।
गिरोह ने Times Job और WorkIndia जैसी जॉब पोर्टल कंपनियों के रिक्रूटर पोर्टल को अवैध रूप से एक्सेस कर जॉब सीकर्स का डेटा चोरी किया। इसके बाद कॉल सेंटर के जरिए पीड़ितों से संपर्क कर उन्हें रजिस्ट्रेशन के लिए डॉक्यूमेंट मंगवाए जाते थे। जॉब सीकर्स को फर्जी डिजिटल हस्ताक्षरित इंटेंट लेटर, ऑफर लेटर और इंटरव्यू लेटर भेजे जाते थे। बाद में विभिन्न टैक्स और फीस के नाम पर रकम ऐंठ ली जाती थी। गिरोह ने नोएडा सेक्टर-10 में एक फर्जी कॉल सेंटर बना रखा था, जहां से ये अपराध को अंजाम दे रहे थे।

गिरफ्तार आरोपी :-
- दीपक कुमार (गाजियाबाद) – गिरोह का सरगना
- भानु प्रताप (मैनपुरी)
- कुनाल विश्वास (गाजियाबाद)

बरामद सामान :-
- 07 iOS मोबाइल
- 06 की-पैड मोबाइल
- 05 एंड्रॉयड मोबाइल
- 03 लैपटॉप
- 03 कंप्यूटर डेस्कटॉप
- 02 पेन ड्राइव
- 01 वाई-फाई राउटर
- 01 लैंडलाइन टेलीफोन
- 20690 रुपये नकद

पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 318(2), 318(4), 336(2), 336(3), 338, 340(2), 61(2), 317(2) बीएनएस और आईटी एक्ट 66डी, 74 के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है। इसके साथ ही पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि ऑनलाइन जॉब ऑफर और फीस मांगने वाले कॉल्स से सतर्क रहें। किसी भी अनजान व्यक्ति को पैसे ट्रांसफर करने से पहले जॉब कंपनी की विश्वसनीयता जरूर जांचें।

पुलिस टीम में निरीक्षक राजीव कुमार सिंह, विजय कुमार यादव, राजकिशोर पांडेय समेत कई पुलिसकर्मी शामिल थे।