अयोध्या। उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार चंद्रभानु पासवान ने समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रत्याशी अजीत प्रसाद को 61,710 वोटों के बड़े अंतर से हराकर जीत दर्ज की। निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, चंद्रभानु पासवान को 1,46,397 वोट, जबकि अजीत प्रसाद को 84,687 वोट मिले।
सपा सांसद का आरोप – “लोकतंत्र की हत्या”
भारी हार के बाद फैजाबाद से सांसद अवधेश प्रसाद ने चुनाव प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि “यह लोकतंत्र की हत्या है। वोटों की लूट की गई और चुनाव आयोग पूरी तरह लाचार दिखा।”
उन्होंने कहा, “मैंने अपने 50 साल के राजनीतिक जीवन में इतना बेबस चुनाव आयोग नहीं देखा। योगी सरकार ने पुलिस और अधिकारियों को मिलकर अयोध्या में अपनी हार का बदला लेने का आदेश दिया था।”
फर्जी मतदान के आरोप अवधेश प्रसाद ने चुनाव प्रक्रिया पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि एसडीएम खुद वोट डाल रहा था, जिससे पूरे चुनाव को प्रभावित किया गया।
“बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान को रौंदा गया है। कम से कम 80-85 हजार फर्जी वोट डाले गए। इनायत नगर थाने में बैठे सीओ मुख्यमंत्री से सीधा संवाद कर रहे थे।”
उन्होंने यह भी दावा किया कि प्रशासन को चुनावी धांधली के लिए पैसे और निर्देश मिले थे।
“अधिकारियों को यह टार्गेट दिया गया था कि हर बूथ पर कितने वोट डालने हैं। जिन्हें पैसे मिले, उन्हें धमकियां भी दी गईं कि परिणाम के बाद अंजाम भुगतना होगा।”
“जनता आज भी अजीत प्रसाद को विधायक मान रही” अवधेश प्रसाद ने कहा कि जनता ने अजीत प्रसाद को ही अपना विधायक माना है, जबकि सरकार, पुलिस और चुनाव आयोग के संयुक्त प्रयासों से भाजपा के उम्मीदवार को विजेता घोषित किया गया।
“हम संविधान बचाने की लड़ाई लड़ेंगे और इस धांधली को उजागर करेंगे।”
गौरतलब है कि मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव इसलिए हुआ क्योंकि फैजाबाद सीट से अवधेश प्रसाद के सांसद चुने जाने के बाद यह सीट रिक्त हो गई थी।