रोमानिया के राष्ट्रपति क्लॉस इओहानिस ने बढ़ते विपक्षी दबाव और चुनाव रद्द होने के दो महीने बाद अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि देश को राजनीतिक अस्थिरता से बचाने के लिए यह निर्णय लिया गया है। इओहानिस 12 फरवरी को राष्ट्रपति पद से हट जाएंगे।
रद्द हुए चुनाव के बाद बढ़ा संकट
2014 से राष्ट्रपति पद संभाल रहे इओहानिस ने लगातार दो कार्यकाल पूरे किए। हालांकि, दिसंबर 2024 में संवैधानिक न्यायालय ने राष्ट्रपति चुनाव रद्द कर दिया। यह फैसला तब आया जब दूसरे चरण के मतदान से ठीक पहले कैलिन जॉर्जेस्कू ने बढ़त बना ली थी।
इस चुनाव में रूसी हस्तक्षेप और धांधली के आरोप भी लगे थे। इओहानिस ने दावा किया था कि रोमानिया को चुनाव के दौरान रूसी साइबर हमलों का सामना करना पड़ा।
विपक्ष ने इस्तीफे का बनाया दबाव
चुनाव रद्द होने के बाद विपक्षी दलों ने इओहानिस पर इस्तीफे का दबाव बढ़ा दिया।
🔹 दक्षिणपंथी एलायंस फॉर द यूनिटी ऑफ रोमानियन (AUR)
🔹 राष्ट्रवादी SOS पार्टी
🔹 पार्टी ऑफ यंग पीपल
🔹 सेव रोमानिया यूनियन पार्टी
इन दलों ने संसद में प्रस्ताव लाकर राष्ट्रपति को हटाने की मांग की। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सत्तारूढ़ गठबंधन के कुछ सांसद भी उनके खिलाफ मतदान कर सकते थे।
इओहानिस ने विपक्ष पर साधा निशाना
इस्तीफे की घोषणा करते हुए इओहानिस ने विपक्ष पर तीखा पलटवार किया। उन्होंने कहा –
“यह एक निरर्थक प्रयास है, क्योंकि मैं कुछ महीनों में वैसे भी पद छोड़ने वाला था। विपक्ष का यह कदम बेबुनियाद है, क्योंकि मैंने कभी भी संविधान का उल्लंघन नहीं किया।”
अगला कदम क्या होगा?
राष्ट्रपति के इस्तीफे के बाद –
✔ अंतरिम राष्ट्रपति नियुक्त किया जाएगा।
✔ नए चुनावों की प्रक्रिया शुरू होगी।
विपक्ष इसे बड़ी जीत मान रहा है, लेकिन रोमानिया की राजनीतिक अस्थिरता फिलहाल खत्म होती नहीं दिख रही। आने वाले महीनों में यह स्पष्ट होगा कि देश का अगला राष्ट्रपति कौन होगा और राजनीतिक हालात किस दिशा में जाएंगे।