वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ और शिक्षुता प्रशिक्षण बोर्ड, उत्तरी क्षेत्र, कानपुर के बीच अप्रेंटिसशिप अधिनियम, 1961 के नियमों के अनुपालन को लेकर एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए।
शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा एनएटीएस (नेशनल अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग स्कीम) के तहत अब इंजीनियरिंग डिप्लोमा एवं स्नातक के अलावा अन्य विषयों के स्नातकों (बी.ए., बी.एस.सी., बी.कॉम., बी.बी.ए. आदि) को भी अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग के लिए निर्देश जारी किए गए हैं।

इस समझौते के तहत अधिक से अधिक उद्योगों एवं संस्थानों को अप्रेंटिसशिप अधिनियम, 1961 का लाभ देने और स्नातक उत्तीर्ण युवाओं को नए अवसर प्रदान कराने की दिशा में कार्य किया जाएगा।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी, शिक्षुता प्रशिक्षण बोर्ड के निदेशक विवेक कुमार, कार्यवाहक कुलसचिव दीप्ति मिश्रा, आउटरिच निदेशक प्रो. संजय और नोडल अधिकारी प्रो. रमाकांत सिंह उपस्थित रहे।