वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ द्वारा मंगलवार को ‘एकात्म मानववाद एवं विकसित भारत@2047’ विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन मंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के दर्शन पर ही वर्तमान जनकल्याणकारी योजनाओं की आधारशिला टिकी है। उन्होंने कहा कि एक विकसित राष्ट्र की नींव तभी रखी जा सकती है, जब सभी योजनाएं बिना किसी बाधा के आम जनता तक पहुंचे।

कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी ने संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए कहा कि हमारा संगठनात्मक दर्शन ही भारत को विश्व गुरु बनाने की राह प्रशस्त करेगा। उन्होंने कहा कि भाषा और जाति के आधार पर भारत का विभाजन स्वीकार्य नहीं है, बल्कि हमारी संस्कृति ही हमें एकजुट करती है। साथ ही उन्होंने विश्वविद्यालय के गंगापुर परिसर में आयुष अस्पताल खोलने का अनुरोध किया, जिसका मंत्री ने समर्थन किया।

संगोष्ठी का संचालन डॉ. ऊर्जस्विता सिंह और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. शेफाली वर्मा ठकराल ने किया। इस अवसर पर प्रो. कृष्ण कुमार सिंह, प्रो. रश्मि सिंह, प्रो. नंदिनी सिंह, डॉ. मुकेश कुमार पंत, डॉ. दुर्गेश कुमार उपाध्याय सहित कई शिक्षाविद एवं शोधार्थी उपस्थित रहे।
