नई दिल्ली । मणिपुर में पिछले डेढ़ साल से जारी हिंसा के बीच गुरुवार को राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया। इस फैसले को लेकर विपक्षी दल कांग्रेस ने बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया, जबकि जयराम रमेश ने कहा कि यह फैसला कांग्रेस की 20 महीनों से की जा रही मांग के बाद लिया गया है।
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने सवाल उठाया कि जब राज्य सरकार अल्पमत में थी और मुख्यमंत्री एन. बिरेन सिंह ने इस्तीफा दे दिया था, तो विपक्ष को सरकार बनाने का अवसर क्यों नहीं दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी अपनी सरकार नहीं बना सकी, इसलिए राष्ट्रपति शासन लागू कर सत्ता पर कब्जा कर लिया।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर लिखा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी राज्य में ‘संविधानिक तंत्र के पूर्ण रूप से ठप’ होने की बात मानी थी। उन्होंने कहा कि मई 2023 से अब तक 300 से अधिक लोगों की जान गई और 60,000 से ज्यादा लोग विस्थापित हुए। उन्होंने बीजेपी की राजनीति को इस संकट का जिम्मेदार ठहराते हुए केंद्रीय गृह मंत्री और प्रधानमंत्री पर भी निशाना साधा।
रमेश ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री विदेश यात्राओं में व्यस्त रहे, लेकिन मणिपुर की स्थिति को संभालने और सुलह प्रक्रिया शुरू करने से बचते रहे। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री पर भी असफलता का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य की बिगड़ती स्थिति के बावजूद कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया।
राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद मणिपुर में राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। अब देखना होगा कि केंद्र सरकार इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है।
