नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ द्विपक्षीय वार्ता के लिए दो दिवसीय यात्रा पर वाशिंगटन पहुंचे हैं। इस बीच अमेरिका में रह रहे अवैध भारतीय अप्रवासियों को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। जानकारी के मुताबिक, 16 या 17 फरवरी को अमेरिका से दूसरी फ्लाइट के जरिए अवैध रूप से वहां रह रहे भारतीयों को वापस भेजा जाएगा।
डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा सत्ता में आने के बाद इमिग्रेशन नीतियों को सख्त किया गया है। इसी कड़ी में 5 फरवरी 2025 को अमेरिकी सैन्य विमान C-17 के जरिए 104 भारतीयों को वापस भेजा गया था। ये वे लोग थे जो अवैध रूप से ‘डंकी रूट’ या अन्य तरीकों से अमेरिका पहुंचे थे और वहां लंबे समय से रह रहे थे। पहली खेप में भारत लौटे 104 लोगों में से 30 पंजाब, 33 हरियाणा, 33 गुजरात, तीन महाराष्ट्र, तीन उत्तर प्रदेश और दो चंडीगढ़ के थे। ट्रंप प्रशासन पर आरोप लगा कि उसने इन भारतीयों को हथकड़ी और बेड़ियों में जकड़कर सैन्य विमान से भेजा। इस मुद्दे को लेकर भारत सरकार ने अमेरिका से संपर्क किया है।
पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच होने वाली बैठक में व्यापार, निवेश, ऊर्जा, रक्षा, प्रौद्योगिकी और इमिग्रेशन जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। ट्रंप की सख्त इमिग्रेशन नीति और व्यापार शुल्क को लेकर भारत की चिंताओं को पीएम मोदी बैठक में उठाएंगे।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संसद में कहा था कि भारत यह सुनिश्चित करने के लिए अमेरिका के साथ संपर्क में है कि निर्वासित भारतीयों के साथ किसी तरह का अमानवीय व्यवहार न हो। अब दूसरी खेप की वापसी से पहले इस पर और चर्चा होने की संभावना है।