लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने नई आबकारी नीति को लागू करने का निर्णय लिया है, जिसके तहत इस सत्र में शराब की दुकानों का आवंटन नए सिरे से किया जाएगा। आवेदन प्रक्रिया 14 फरवरी से शुरू हो चुकी है और यह 27 फरवरी तक जारी रहेगी, जिसके बाद लॉटरी के जरिए दुकानों का आवंटन किया जाएगा।
नई आबकारी नीति से प्रदेश के राजस्व में बढ़ोतरी की संभावना है, क्योंकि शराब की दुकानें तो कम होंगी, लेकिन राजस्व में भारी वृद्धि हो सकती है। फिरोजाबाद में इस सत्र में लगभग 600 शराब की दुकानें संचालित थी, जो अब घटकर 464 हो जाएंगी। इसके कारण बीयर और अंग्रेजी शराब की दुकानें एक साथ होंगी, जिससे संख्या में कमी आएगी। इसके साथ ही फिरोजाबाद जिले में राजस्व में 75 से 100 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी की उम्मीद है। इस बदलाव से जिले का सालाना राजस्व लगभग 700 करोड़ रुपये हो जाएगा। इसके अलावा, विभिन्न क्षेत्रों के लिए अलग-अलग आवेदन शुल्क निर्धारित किए गए हैं।
नई आबकारी नीति के तहत शराब की दुकानों के लिए आवेदन ऑनलाइन किए जा रहे हैं। आवेदन प्रक्रिया में 27 फरवरी तक आवेदक अपनी इच्छानुसार दुकान का आवेदन कर सकते हैं, लेकिन एक आवेदक को केवल दो दुकानों का ही आवंटन मिलेगा। प्रत्येक आवेदन के लिए अलग-अलग शुल्क जमा करना होगा और जमा राशि किसी भी स्थिति में वापस नहीं की जाएगी।
आवेदन प्रक्रिया में आवेदक को आवश्यक दस्तावेज जैसे हैसियत प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक चेक और दुकान की चौहद्दी समेत अन्य विवरण जमा करने होंगे।