लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के राजकीय इंटर कॉलेजों में खेल सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए एक नई योजना तैयार की है। इसके तहत जिला मुख्यालय स्तर पर स्थित राजकीय इंटर कॉलेजों में खाली पड़ी भूमि पर इंडोर मिनी स्टेडियम बनाए जाएंगे। इस योजना को प्रोजेक्ट अलंकार के तहत वित्तीय सहायता दी जाएगी।
खेल सुविधाओं को मिलेगा बढ़ावा
प्रदेश में खेल सुविधाओं को बेहतर बनाने और युवाओं को खेलों के प्रति प्रेरित करने के उद्देश्य से इस योजना को लागू किया जा रहा है। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने सभी मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों को निर्देश दिए हैं कि वे ऐसे इंटर कॉलेजों की पहचान करें, जहां कम से कम 2500 वर्ग मीटर की खाली जमीन उपलब्ध हो। ऐसे कॉलेजों में इंडोर मिनी स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा।
एस्टीमेट तैयार करने के निर्देश
माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव ने सभी मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों को निर्देश दिया है कि वे खेल विभाग से अनुमोदित मॉडल के अनुसार स्टेडियम निर्माण की रूपरेखा तैयार करें। साथ ही, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि प्रत्येक मिनी स्टेडियम के निर्माण का बजट पांच करोड़ रुपये से अधिक नहीं होना चाहिए।
प्रोजेक्ट अलंकार से मिलेगा वित्तीय सहयोग
इस योजना को ‘प्रोजेक्ट अलंकार’ के तहत वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। इससे न केवल इंटर कॉलेजों में खेल गतिविधियों को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि इन संस्थानों की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी। खेल सुविधाओं के विकास से विद्यार्थियों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा।
युवाओं के लिए सुनहरा अवसर
प्रदेश सरकार की इस पहल से युवाओं को खेलों की ओर आकर्षित करने में मदद मिलेगी। मिनी स्टेडियमों के निर्माण से छात्रों को आधुनिक सुविधाओं से युक्त प्रशिक्षण मिल सकेगा, जिससे वे विभिन्न खेलों में अपना करियर बना सकेंगे।
माध्यमिक शिक्षा विभाग की इस योजना से प्रदेश को 10 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को भी मजबूती मिलेगी। यह पहल न केवल खेल क्षेत्र को सशक्त बनाएगी, बल्कि शिक्षा क्षेत्र में भी एक महत्वपूर्ण सुधार के रूप में देखी जा रही है।