वाराणसी। महाशिवरात्रि 2025 के शुभ अवसर पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने पूजा-अर्चना और आरती की समय-सारणी निर्धारित कर दी है। इस बार को महाशिवरात्रि पर्व पर भक्तों को भगवान शिव के दर्शन और आराधना के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। मंदिर के सीईओ श्री विश्व भूषण ने जानकारी देते हुए बताया कि इस दिन प्रातः 3:15 बजे मंगला आरती समाप्त होने के बाद 3:30 बजे से मंदिर के पट भक्तों के लिए खोल दिए जाएंगे।
चारों प्रहर की विशेष आरती और झांकी दर्शन
महाशिवरात्रि के दिन रातभर चारों प्रहर की आरती की जाएगी, जिसमें शिवलिंग का विशेष श्रृंगार और झांकी दर्शन भी सतत रूप से चलता रहेगा। श्रद्धालु इन आरतियों में भाग लेकर भगवान शिव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
महाशिवरात्रि पर पूजा-अर्चना की समय-सारणी:
🔹 मंगला आरती:
- प्रातः 2:15 बजे पूजा आरंभ
- प्रातः 3:15 बजे आरती समाप्त
- प्रातः 3:30 बजे मंदिर के पट दर्शनार्थियों के लिए खुलेंगे
🔹 मध्याह्न भोग आरती:
- प्रातः 11:40 बजे पूजा आरंभ
- दोपहर 12:20 बजे पूजा समाप्त
🔹 चारों प्रहर की विशेष आरती:
1️⃣ प्रथम प्रहर आरती:
- रात्रि 9:30 बजे शंख ध्वनि एवं पूजा की तैयारी
- रात्रि 10:00 बजे आरती प्रारंभ, रात्रि 12:30 बजे समाप्त
2️⃣ द्वितीय प्रहर आरती:
- रात्रि 1:30 बजे आरती प्रारंभ, रात्रि 2:30 बजे समाप्त
3️⃣ तृतीय प्रहर आरती:
- प्रातः 3:30 बजे आरती प्रारंभ, प्रातः 4:30 बजे समाप्त
4️⃣ चतुर्थ प्रहर आरती:
- प्रातः 5:00 बजे आरती प्रारंभ, प्रातः 6:15 बजे समाप्त
श्रद्धालुओं के लिए विशेष दर्शन व्यवस्था
मंदिर प्रशासन ने बताया कि महाशिवरात्रि के दिन मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए दर्शन और पूजा के दौरान सुचारू व्यवस्था की जाएगी।
शिवभक्तों के लिए शुभ अवसर
महाशिवरात्रि के दिन शिव भक्त रात्रि जागरण, आरती दर्शन और विशेष अनुष्ठान कर भगवान भोलेनाथ की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। इस दिन का धार्मिक महत्व अत्यंत विशेष होता है, क्योंकि यह भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का पावन दिवस माना जाता है।