वाराणसी I काशी में आज से महादेव के विवाहोत्सव की हल्दी का कार्यक्रम प्रारंभ हो रहा है, जो इस बार विशेष महत्व रखता है। एक ओर जहां महाकुंभ से लौटे नागा संन्यासियों का नगर प्रवेश हुआ है, वहीं दूसरी ओर महंत आवास पर होने वाला आयोजन और भी भव्य होगा। इस वर्ष श्री निरंजनी पंचायती अखाड़ा के साधु-संन्यासी नागा दिगंबर खुशहाल भारती के नेतृत्व में मेवाड़ की हल्दी बाबा को अर्पित करेंगे।
शाम 6 बजे मणिकर्णिका घाट से डमरू बजाते हुए यात्रा निकाली जाएगी, जो टेढ़ी नीम स्थित महंत आवास पर पहुंचेगी। यहां नागा साधु महादेव को अपनी विशेष भेंट अर्पित करेंगे। इस अवसर पर महिलाएं भक्ति गीत गाकर हल्दी की रस्म अदा करेंगी। शिव-पार्वती के विवाहोत्सव के लिए इस बार खास परिधान और आभूषण भी लाए गए हैं, जो मेवाड़ के पारंपरिक रंगों में होंगे।
गौरतलब है कि महाशिवरात्रि, जो इस बार 26 फरवरी को फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी पर मनाई जाएगी, से पूर्व उत्सवों की शुरुआत आज से विश्वनाथ मंदिर के टेढ़ी नीम स्थित पूर्व महंत आवास पर हो रही है। इस आयोजन में काशीवासियों के साथ ही महाकुंभ से लौटे साधु-संन्यासी भी शामिल होंगे।
संध्या बेला में भगवान शिव को हल्दी चढ़ाने की रस्म पूरी होगी। इस दौरान गवनहारिनों की टोली पारंपरिक गीत प्रस्तुत करेगी। यह रस्म विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ. कुलपति तिवारी के निधन के बाद पहली बार उनकी पत्नी मोहिनी देवी के सानिध्य में उनके पुत्र पं. वाचस्पति तिवारी निभाएंगे।