वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र, शिक्षाशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित संकाय संवर्धन कार्यक्रम बुधवार को सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत नवीन शिक्षण विधियों, अधिगम प्रक्रिया और नवाचार पर विस्तृत चर्चा की गई।

अंतिम दिन के प्रथम सत्र में बीएचयू के प्रो. नागेंद्र कुमार ने “नवोन्मेषी शिक्षण-अधिगम विधियों” पर व्याख्यान देते हुए कहा कि शिक्षा अब शिक्षार्थी केंद्रित हो गई है, इसलिए शिक्षकों को अपनी शिक्षण रणनीति में बदलाव लाना होगा। उन्होंने क्रिया केंद्रित, अनुभव आधारित और मिश्रित शिक्षण विधियों पर प्रकाश डाला और बताया कि NEP 2020 छात्रों के सर्वांगीण विकास पर जोर देता है।

द्वितीय सत्र में महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के प्रो. चंद्रशेखर पाण्डेय ने सम्प्रत्यय मानचित्रण (Concept Mapping) के निर्माण और उपयोग पर प्रकाश डाला। उन्होंने विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से शिक्षकों को नवीनतम तकनीकों से अवगत कराया।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर केंद्र निदेशक प्रो. सुरेंद्र राम ने कहा कि वर्तमान शैक्षिक परिदृश्य तेजी से बदल रहा है, जिससे उच्च शिक्षा में कई नवाचार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को अपनी शिक्षण प्रक्रिया में बदलाव लाने और सेवाकालीन प्रशिक्षण से लाभ उठाने की आवश्यकता है।

कार्यक्रम का संचालन प्रो. रमाकांत सिंह, तकनीकी सहयोग विनय सिंह और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. संजय सिंह ने किया। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले शिक्षकों और शोधार्थियों ने अपने अनुभव साझा किए और आधुनिक शिक्षा पद्धतियों को अपनाने के महत्व पर बल दिया।