वाराणसी। नगर निगम ( NAGAR NIGAM VARANASI ) ने इस बार मानसून से पहले जलभराव की समस्या से निपटने के लिए अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। हर साल मई में शुरू होने वाली नालों की सफाई इस बार मार्च से ही प्रारंभ कर दी गई है। NAGAR NIGAM 437 छोटे नाले-नालियों और 118 किमी लंबे बड़े नालों की सफाई सुनिश्चित करेगा। इस सफाई अभियान के लिए सुपर सकर मशीन और बकेट मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा, ताकि कार्य सुचारू रूप से पूरा हो सके।
NAGAR NIGAM के अनुसार, इस सफाई अभियान में सामान्य विभाग, जलकल और स्वास्थ्य विभाग की विशेष जिम्मेदारी होगी। बड़े और मध्यम नालों के अलावा नवविस्तारित क्षेत्रों में स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज पाइपलाइनें भी डाली जाएंगी, जिससे वर्षा जल का निकास सुचारू रूप से हो सके। सफाई कार्य के लिए अतिरिक्त सफाईकर्मी भी तैनात किए जाएंगे।

NAGAR NIGAM ने शहर के 84 ऐसे क्षेत्रों को चिह्नित किया है, जहां हर साल जलभराव की समस्या उत्पन्न होती है। इन क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर सफाई कराई जाएगी, ताकि मानसून के दौरान काशीवासियों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
NAGAR NIGAM ने यह भी सुनिश्चित किया है कि सफाई के दौरान सिल्ट का तत्काल उठान कराया जाए। वार्डों में सीवर लाइनों की सफाई मशीनों के जरिए की जाएगी और इसके बाद चैंबरों की मरम्मत भी की जाएगी। नाले-नालियों के टूटे ढक्कनों की मरम्मत भी सफाई अभियान के साथ ही पूरी की जाएगी।
MAYOR अशोक कुमार तिवारी ने बताया कि इस बार सफाई अभियान मार्च से ही शुरू किया गया है, ताकि काशीवासियों को मानसून के दौरान जलभराव जैसी समस्याओं से जूझना न पड़े। नगर आयुक्त अक्षत वर्मा भी सफाई कार्य का निरीक्षण करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि सफाई अभियान समय पर पूरा हो।

NAGAR NIGAM का यह कदम काशी को जलभराव मुक्त बनाने की दिशा में एक अहम पहल है, जिससे शहर में बारिश के दौरान जलभराव की समस्या पर काबू पाया जा सकेगा।