वाराणसी। रंगभरी एकादशी ( Rangbhari Ekadashi ) के अवसर पर इस बार काशी में महादेव और माता पार्वती का श्रृंगार मिथिला शैली में किया जाएगा। बाबा विश्वनाथ मिथिला में बने विशेष देवकिरीट को धारण करेंगे। यह पहली बार है जब काशी में बाबा और मां पार्वती का मिथिला परंपरा के अनुसार भव्य श्रृंगार किया जाएगा।

मां गौरा के गौना उत्सव के दौरान पालकी यात्रा में भी मिथिला शैली का अनुपम दर्शन होगा। काशी में रहने वाले मिथिलावासियों ने विशेष रूप से मिथिला से यह देवकिरीट मंगवाया है। पूर्व महंत डॉ. कुलपति तिवारी के पुत्र वाचस्पति तिवारी ने बताया कि यह आयोजन काशी और मिथिला की सांस्कृतिक एकता को दर्शाएगा।

मिथिलावासियों की संस्था मैथिल सेवा समिति के अध्यक्ष कौशल किशोर मिश्र ने यह देवकिरीट शिवांजलि के संयोजक संजीव रत्न मिश्र को सौंपा। इस विशेष मुकुट को बनारसी जरी और सुनहरे लहरों से सजाने का कार्य नारियल बाजार के व्यापारी नंदलाल अरोड़ा करेंगे।
