नई दिल्ली। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) के नए अध्यक्ष तुहिन कांत पांडेय ने शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए घोषणा की कि सेबी बोर्ड के सदस्य अब अपने हितों के टकराव के बारे में जनता को जानकारी देने के लिए बाध्य होंगे। पांडेय ने सेबी बोर्ड में पारदर्शिता की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि यह कदम पूंजी बाजार की समग्र विश्वसनीयता को बढ़ाने के लिए आवश्यक है।

अपने पहले सार्वजनिक संबोधन में पांडेय ने कहा कि पारदर्शिता SEBI के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। हम अपने कर्मचारियों के हितों के टकराव को उजागर करेंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह पूरी तरह से पारदर्शी हो। पांडेय ने यह भी कहा कि भारत में घरेलू और विदेशी पूंजी की बढ़ती आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए सेबी को इस दिशा में कदम उठाने होंगे।
सेबी प्रमुख ने विदेशी संस्थागत निवेशकों (Foreign investment in India) की भारतीय शेयर बाजार (India stock market) से बढ़ती निकासी पर चिंता व्यक्त की और कहा कि नियामक उनके परिचालन को नियंत्रित करने वाले नियमों को और अधिक तर्कसंगत बना रहा है।