वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ धाम में इस वर्ष भी होली (Holi 2025) पर भगवान श्रीराम की अयोध्या के पुष्प कचनार से निर्मित हर्बल गुलाल से होली मनाई गई। यह विशेष परंपरा वर्ष 2024 से प्रारंभ हुई थी, जब पहली बार कचनार के फूलों से तैयार हर्बल गुलाल भगवान विश्वनाथ को अर्पित किया गया था।
लखनऊ स्थित नेशनल बोटेनिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (NBRI) द्वारा तैयार किया गया यह गुलाल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा विशेष रूप से प्रेषित किया गया। इस क्रम को बनाए रखते हुए एनबीआरआई लखनऊ ने इस वर्ष भी कचनार हर्बल गुलाल तैयार कर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास वाराणसी को उपलब्ध कराया।
विशेष वाहक के माध्यम से लखनऊ से वाराणसी भेजे गए इस गुलाल को आज होली के पावन अवसर पर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री विश्व भूषण एवं डिप्टी कलेक्टर श्री शंभू शरण द्वारा श्री काशी विश्वनाथ महादेव को अर्पित किया गया।
भगवान विश्वनाथ की नगरी काशी में इस अनूठी परंपरा को जारी रखते हुए श्रद्धालुओं में भी विशेष उत्साह देखने को मिला। हर्बल गुलाल के उपयोग से पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने का भी संदेश दिया गया।