वाराणसी। चौकाघाट के जिला जेल में महिला डिप्टी जेलर मीना कन्नौजिया ने जेल अधीक्षक (Jail Superintendent) उमेश सिंह पर उत्पीड़न और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि जेल अधीक्षक उन्हें मानसिक रूप से परेशान कर रहे हैं, जिससे उनका मानसिक संतुलन बिगड़ रहा है। मीना कन्नौजिया ने डीजी जेल से शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद रविवार को उनका नैनी जिला जेल प्रयागराज ट्रांसफर कर दिया गया।

मीना कन्नौजिया ने एक वीडियो में आरोप लगाया कि Jail Superintendent उमेश सिंह उन्हें घर बुलाकर प्रताड़ित करते थे और जेल में होने वाले हर विवाद में उनका नाम जानबूझकर शामिल करते थे। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि चार महीने पहले उन्होंने डीजी जेल को शिकायती पत्र दिया था, जिसमें जेल में भ्रष्टाचार और अवैध वसूली की शिकायत की थी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
इस मामले पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि महिला सशक्तीकरण की बात करने वाली डबल इंजन की सरकार ने शिकायत करने वाली महिला डिप्टी जेलर का ट्रांसफर कर दिया, जबकि जेल अधीक्षक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अपने ट्विटर पर लिखा, “महिला डिप्टी जेलर के इस वीडियो के बाद ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ का राग अलापनेवाले लोग भ्रष्टाचारी-अत्याचारी अधीक्षक को हटाने की बजाय शिकायतकर्ता का ही तबादला करेंगे या कुछ और भी। कहीं ऐसा तो नहीं कि ‘प्रधान संसदीय क्षेत्र’ के प्रभावक्षेत्र में लखनऊवालों की कुछ चलती ही न हो, इसलिए कुछ नहीं होगा।”