Varanasi : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(CM Yogi) ने शुक्रवार को पिंडरा ब्लॉक के फतेपुर गांव में आयोजित एक श्रद्धांजलि सभा में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर की पूज्यनीय माता स्वर्गीय पार्वती देवी की प्रथम पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

सादगी, श्रद्धा और भावनात्मकता से भरे इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राजभर परिवार के पैतृक आवास पहुंचकर माता जी के चित्र पर पुष्प अर्पित किए और श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मां केवल जीवन देने वाली नहीं होती, वह संस्कारों की जननी होती है। ओमप्रकाश जी जिस सामाजिक चेतना के प्रतीक हैं, उसका आधार उनकी माता जी के विचार और संस्कार हैं।

इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ओमप्रकाश राजभर ने अपनी माता की स्मृति को जीवंत बनाए रखने के लिए यह आयोजन कर एक पुत्र के सर्वोच्च धर्म का निर्वहन किया है। उन्होंने यह भी कहा कि पुण्यात्माओं का स्मरण केवल शोक नहीं, उनके जीवन मूल्यों को आगे बढ़ाने का संकल्प लेने का अवसर होता है।
श्रद्धांजलि सभा में योगी आदित्यनाथ ने महाराज सुहेलदेव के ऐतिहासिक योगदान को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि महाराज सुहेलदेव ने 1000 वर्ष पहले बहराइच की धरती पर विदेशी आक्रांता सालार मसूद को पराजित कर भारत की विजय पताका फहराई थी। लेकिन गुलामी की मानसिकता ने उनके गौरवशाली इतिहास को भुला दिया।

ओमप्रकाश राजभर ने समाज के सामने उस गौरव को पुनर्जीवित किया है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि महाराज सुहेलदेव का भव्य स्मारक आज बनकर तैयार है और यह स्मारक भारत की विजय का प्रतीक ही नहीं, देशविरोधियों के लिए चेतावनी भी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओमप्रकाश राजभर ने अपने माता-पिता के संस्कारों को जीवन का पाथेय बनाया और संघर्षों का मार्ग प्रशस्त किया। उन्होंने भगवान श्रीराम का उदाहरण देते हुए कहा कि श्रीराम ने स्वर्णमयी लंका को भी मातृभूमि से छोटा माना। ठीक उसी भाव से ओमप्रकाश राजभर अपने माता-पिता की परंपरा और मूल्यों को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने ओमप्रकाश राजभर के पुत्रों अरुण राजभर और अरविंद राजभर सहित पूरे परिवार को शुभकामनाएं दीं और इस पुण्य अवसर पर आए सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री ने राष्ट्र विरोधी ताकतों को चेतावनी देते हुए कहा कि महाराज सुहेलदेव का इतिहास हर उस गद्दार के लिए सबक है, जो देश को तोड़ने की साजिश करेगा।
मुख्य बातें संक्षेप में :-
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ओमप्रकाश राजभर की मां को दी श्रद्धांजलि
- मातृ स्मृति को जीवित रखने को बताया पुत्र का सबसे बड़ा धर्म
- महाराज सुहेलदेव के पराक्रम और गौरवशाली इतिहास का स्मरण
- ओमप्रकाश राजभर को पारिवारिक संस्कारों का प्रतीक बताया
- राष्ट्र विरोधी ताकतों को स्पष्ट संदेश: “सुहेलदेव का इतिहास चेतावनी है”
