Varanasi : महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ(Kashi Vidyapith) में भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव आम्बेडकर की 133वीं जयंती के अवसर पर सोमवार को एक भव्य पद यात्रा निकाली गई और विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ। विश्वविद्यालय समुदाय ने एक स्वर में बाबा साहेब के योगदान को याद किया और उनके विचारों को आत्मसात करने का संकल्प लिया।

पद यात्रा की शुरुआत भारत माता मंदिर(Bharat Mata Mandir) परिसर से हुई, जो केन्द्रीय पुस्तकालय के सामने स्थित डॉ. आम्बेडकर की प्रतिमा तक पहुंचकर संपन्न हुई। इस दौरान विश्वविद्यालय के प्राध्यापक, अधिकारी, कर्मचारी और छात्र-छात्राओं ने मिलकर बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।

इसके पश्चात केन्द्रीय पुस्तकालय(Central library) स्थित समिति कक्ष में एक विचार गोष्ठी आयोजित की गई, जिसकी शुरुआत संगीत विभाग की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत बुद्ध वंदना से हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता मानविकी संकाय अध्यक्ष प्रो. अनुराग कुमार ने की तथा विशिष्ट अतिथि शिक्षाशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो. सुरेन्द्र राम रहे।

विचार गोष्ठी में प्रो. पीताम्बर दास ने डॉ. आम्बेडकर के दर्शन पर विस्तार से विचार रखे, वहीं एडवोकेट राजकुमार ने जाति व्यवस्था पर उनके दृष्टिकोण को रेखांकित किया। अन्य वक्ताओं में प्रो. शैलेन्द्र कुमार वर्मा, प्रो. राजीव कुमार, प्रो. आनन्द शंकर चौधरी, डॉ. अनीता, वन्दना मोर्य, माजिद अंसारी आदि ने डॉ. आम्बेडकर के बहुआयामी व्यक्तित्व(multidimensional personality) पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन अंग्रेजी विभाग के डॉ. नीरज कुमार ने किया।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के वरिष्ठ पदाधिकारियों की विशिष्ट उपस्थिति रही, जिनमें प्रमुख रूप से :
- उपकुलसचिव हरीश चन्द
- छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष प्रो. राजेश कुमार मिश्र
- आई.क्यू.ए.सी. निदेशक प्रो. नन्दिनी सिंह
- जनसम्पर्क अधिकारी डॉ. नागेन्द्र कुमार सिंह
- अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो. अंकिता गुप्ता
- संगीत विभागाध्यक्ष डॉ. संगीता घोष
- कुलानुशासक प्रो. कृष्ण कान्त सिंह
- विधि संकायाध्यक्ष प्रो. रंजन कुमार
- क्रीड़ा परिषद सचिव डॉ. नवरत्न सिंह
- प्रो. हंसा जैन, डॉ. गंगाधर, डॉ. ध्यानेन्द्र मिश्र, प्रमोद कुमार, डॉ. जयशंकर प्रसाद सिंह, अंजनी कुमार सिंह आदि शामिल रहे।

