बिहार (Bihar) में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने एक आक्रामक रणनीति के साथ मैदान में उतरने का संदेश दे दिया है। राहुल गांधी और सचिन पायलट के बाद अब पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बक्सर की जनसभा से भाजपा और एनडीए सरकार के खिलाफ जनता के बीच नया संदेश पहुंचाया।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बक्सर में जनसभा को संबोधित करते हुए बिहार की ऐतिहासिक भूमि को नमन किया और ‘जय बापू, जय भीम और जय संविधान’ के नारे से एकजुटता का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि यह वही धरती है, जहां से महात्मा गांधी का सत्याग्रह शुरू हुआ था, जो आज भी लोकतंत्र के लिए एक प्रेरक संदेश है।

खरगे ने बक्सर की सभा को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह क्षेत्र केवल राजनीति का नहीं, बल्कि विचारों और आंदोलनों का केंद्र रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस धरती से सामाजिक न्याय और समानता का संदेश देने आई है, जो बाबा साहब और गांधीजी की सोच का विस्तार है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार पर हमला करते हुए खरगे ने कहा कि इन नेताओं की राजनीति का मकसद सिर्फ सत्ता है, न कि सेवा का संदेश। उन्होंने नीतीश कुमार के बार-बार गठबंधन बदलने को जनता के साथ विश्वासघात बताते हुए कहा कि ऐसा रवैया जनता को भ्रमित करने वाला संदेश देता है।
वक्फ संशोधन कानून को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए खरगे ने कहा कि भाजपा-आरएसएस का एजेंडा समाज को बांटने का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि भाजपा कभी भी पिछड़ों, दलितों और महिलाओं की हितैषी नहीं रही और उनके हर कदम से भेदभाव का संदेश झलकता है।

नेशनल हेराल्ड केस को लेकर खरगे ने सीधे-सीधे केंद्र पर राजनीतिक बदले की भावना से कार्रवाई करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व को निशाना बनाकर डराने की कोशिश की जा रही है, लेकिन हम जनता को भाजपा के इस तानाशाही संदेश के खिलाफ जागरूक करेंगे।
सभा के अंत में खरगे ने कहा कि बिहार की जनता अब बदलाव का मूड बना चुकी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता हर गली-मोहल्ले में जाकर यह संदेश दें कि संविधान, समानता और न्याय की रक्षा ही असली देशसेवा है। यही 2025 चुनाव का असली संदेश होगा।