Varanasi Ropeway : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में काशी का चहुंमुखी विकास तेजी से हो रहा है। इसी क्रम में अब वाराणसी जल्द ही नगरीय परिवहन के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने जा रहा है। यहां बन रहा दुनिया का तीसरा अर्बन ट्रांसपोर्ट रोपवे (Varanasi Ropeway) अपने ट्रायल रन के अंतिम चरण में है, जो अप्रैल के अंत तक पूरा हो जाएगा। इसके बाद रोपवे के संचालन की दिशा में सरकार अगली योजना को मूर्त रूप देगी।
Varanasi Ropeway : ट्रायल रन में 5 मीटर प्रति सेकंड की गति से दौड़ रही गोंडोला
रोपवे परियोजना (Varanasi Ropeway) के पहले चरण के पहले सेक्शन में तीनों स्टेशनों – कैंट, विद्यापीठ और रथयात्रा – पर 75 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा हो चुका है। 30 जनवरी से शुरू हुए ट्रायल रन के तहत चार गोंडोलों को 5 मीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से चलाया जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया की विशेषज्ञ कंपनी ‘रोप एक्सपर्ट्स’ के इंजीनियरों की निगरानी में रोप पुलिंग का काम भी सफलतापूर्वक किया गया।
2.4 किलोमीटर की दूरी में लगे 18 टावर
कैंट से रथयात्रा तक की कुल 2.4 किलोमीटर की दूरी को कवर करने के लिए 18 टावर लगाए गए हैं। यह ट्रायल रन इसी मार्ग पर चल रहा है। यात्रियों के लिए यह रोपवे (Varanasi Ropeway) एक बड़ी सहूलियत साबित होगा, खासकर शहर की भीड़भाड़ और ट्रैफिक से निजात दिलाने में।
गौदोलिया तक बढ़ेगा रोपवे नेटवर्क
रोपवे परियोजना के दूसरे सेक्शन – रथयात्रा से गौदोलिया तक – का निर्माण कार्य भी तेज़ी से प्रगति पर है। पूरा होने पर यह रोपवे न केवल वाराणसी की यातायात व्यवस्था को नया आयाम देगा बल्कि पर्यटन के क्षेत्र में भी शहर को एक नई पहचान दिलाएगा।
यह परियोजना ‘डबल इंजन’ सरकार के काशी को स्मार्ट और विश्वस्तरीय शहर बनाने के वादे की दिशा में एक बड़ा कदम है। जल्द ही काशी का नाम दुनिया के उन तीन शहरों में शामिल होगा, जहां नगरीय परिवहन के लिए अत्याधुनिक रोपवे प्रणाली का संचालन होगा।