Varanasi/Srinagar : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके(Pahalgam Terror Attack) में मंगलवार को हुए एक आतंकी हमले ने पर्यटन सीजन के बीच दहशत फैला दी। बैसरन घाटी में घुड़सवारी का आनंद ले रहे पर्यटकों के एक समूह को निशाना बनाया गया, जिसमें कई पर्यटकों की मौत हो गई और छह लोग घायल हुए। घायलों में तीन पर्यटक और तीन स्थानीय निवासी शामिल हैं, जिनमें से दो की हालत गंभीर है। हमले में कुछ घोड़ों को भी गोलियां लगीं। सुरक्षा बलों ने क्षेत्र को घेरकर आतंकियों की तलाश में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।

हमले का विवरण :-
- स्थान और समय: बैसरन घाटी, पहलगाम (अनंतनाग जिला), दोपहर 2:30 बजे, 22 अप्रैल 2025
- हमलावर: 2-3 बंदूकधारी, सैन्य वर्दी में, संदिग्ध रूप से द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) से जुड़े
- विवरण: जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार, आतंकियों ने बैसरन मैदानों में घुड़सवारी कर रहे पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की। यह क्षेत्र पहलगाम से 5 किमी दूर है और केवल पैदल या घोड़े से पहुंचा जा सकता है, जिसने बचाव कार्यों को चुनौतीपूर्ण बना दिया।
- हानि: कई पर्यटकों की मौत हो गई, छह घायल (तीन पर्यटक, तीन स्थानीय), दो की हालत गंभीर। कुछ घोड़ों को भी गोली लगी।
- प्रत्यक्षदर्शी खाता: एक महिला पर्यटक का वीडियो सामने आया, जिसमें वह रोते हुए कह रही थी, “मेरे बेटे को गोली लगी है।” एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि हमलावरों ने पर्यटकों से उनका नाम और धर्म पूछकर गोलीबारी की।

सुरक्षा बलों की कार्रवाई :-
- तलाशी अभियान: सुरक्षा बलों ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया है और आतंकियों की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर ऑपरेशन शुरू किया है। सावधानी बरती जा रही है क्योंकि क्षेत्र ऊंचाई पर है और पहुंच मुश्किल है।
- सीआरपीएफ की तैनाती: क्विक रिएक्शन टीम (QAT) को घटनास्थल पर भेजा गया है।
- एनआईए की जांच: सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) 23 अप्रैल 2025 को जांच शुरू करेगी।
- हेलिकॉप्टर और स्थानीय सहायता: घायलों को निकालने के लिए हेलिकॉप्टर और स्थानीय लोगों के घोड़ों का उपयोग किया गया। घायलों को पहलगाम अस्पताल और गंभीर मामलों को जीएमसी अनंतनाग और श्रीनगर ले जाया गया।
आतंकी संगठन का हाथ :-
- संदिग्ध संगठन: खुफिया एजेंसियों के अनुसार, हमले के पीछे द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF), जो लश्कर-ए-तैयबा का एक सहयोगी संगठन है, का हाथ हो सकता है।
- मकसद: हमले का उद्देश्य विशेष रूप से पर्यटकों को निशाना बनाना था, जिससे क्षेत्र में पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचे।
- पहले से रेकी: सूत्रों का दावा है कि आतंकियों ने हमले से पहले क्षेत्र की रेकी की थी, और सुरक्षा एजेंसियों को हमले का अलर्ट था।
- बैसरन घाटी: पर्यटन का केंद्र
- विशेषता: बैसरन घाटी, जिसे “मिनी स्विटजरलैंड” कहा जाता है, अपनी हरी-भरी घास के मैदानों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। यह पहलगाम से कुछ किलोमीटर दूर है और केवल पैदल या घोड़े से पहुंचा जा सकता है।
- पर्यटन सीजन: अप्रैल में पर्यटक सीजन अपने चरम पर होता है, क्योंकि भारत के अन्य हिस्सों में गर्मी के कारण लोग कश्मीर की ठंडी वादियों की ओर आकर्षित होते हैं। इस वर्ष जम्मू-कश्मीर में दो करोड़ पर्यटकों के आने की उम्मीद है।
- आगामी अमरनाथ यात्रा: हमला ऐसे समय में हुआ है, जब अमरनाथ यात्रा (3 जुलाई से शुरू) के लिए पंजीकरण चल रहा है, और पहलगाम इसका प्रमुख बेस कैंप है।

नेताओं और अधिकारियों की प्रतिक्रिया :-
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू: पहलगाम में पर्यटकों पर हुआ आतंकवादी हमला चौंकाने वाला और दर्दनाक है। यह नृशंस और अमानवीय कृत्य है, जिसकी कड़ी निंदा होनी चाहिए। निर्दोष नागरिकों पर हमला अक्षम्य है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: मैं पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता दी जा रही है। इस जघन्य कृत्य के पीछे जो लोग हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। आतंकवाद से लड़ने का हमारा संकल्प अडिग है।
- गृह मंत्री अमित शाह: पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमला दुखद है। मैंने पीएम मोदी को जानकारी दी और अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। जल्द ही श्रीनगर में सुरक्षा समीक्षा बैठक करूंगा। हमलावरों पर कठोर कार्रवाई होगी।
- जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला: मैं स्तब्ध हूं। यह हमला हमारे मेहमानों पर अभिशाप है। हमलावर पशु, अमानवीय और घृणित हैं। मैं पीड़ित परिवारों के साथ हूं और श्रीनगर लौट रहा हूं।
- पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती: पहलगाम में पर्यटकों पर कायराना हमला निंदनीय है। कश्मीर ने हमेशा पर्यटकों का स्वागत किया है, यह घटना चिंताजनक है। जांच हो और सुरक्षा खामियों को दूर किया जाए।
- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार: पहलगाम में पर्यटकों की मृत्यु दुखद और निंदनीय है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। आतंक के खिलाफ देश एकजुट है।
- पूर्व डीजीपी एसपी वैद: पहलगाम में हमला चिंताजनक है, खासकर अमरनाथ यात्रा से पहले। पर्यटन चरम पर है, और आतंकियों ने मौके का फायदा उठाया। सभी जगह पुलिस तैनात करना मुश्किल है।
