Varanasi : महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ(Kashi Vidyapith) के दर्शनशास्त्र विभाग ने पीएचडी (2023-24) सत्र के लिए द्वितीय चरण के आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 17 मई निर्धारित की है। यह सूचना उन अभ्यर्थियों के लिए है जिन्होंने शोध प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण की है या नेट/जेआरएफ के आधार पर परीक्षा से छूट प्राप्त की है।

विभागाध्यक्ष प्रो. राजेश कुमार मिश्र ने बताया कि आवेदन करते समय अभ्यर्थियों को निम्नलिखित दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे :
- हाईस्कूल से स्नातकोत्तर तक की स्वप्रमाणित शैक्षणिक प्रमाणपत्रों की छायाप्रति
- आरक्षण से संबंधित प्रमाणपत्र (यदि लागू हो)
- शोध प्रवेश परीक्षा परिणाम / नेट / जे.आर.एफ. प्रमाणपत्र की छायाप्रति
- शोध प्रस्ताव की दो प्रतियाँ (हस्ताक्षर सहित)
- पॉवर प्वाइंट प्रेजेंटेशन की एक मुद्रित प्रति
- विश्वविद्यालय शुल्क काउंटर की फीस रसीद की छायाप्रति
- ₹500/- सामान्य व ओबीसी वर्ग के लिए
- ₹250/- एससी, एसटी एवं दिव्यांगजन वर्ग के लिए
प्रो. मिश्र ने यह भी स्पष्ट किया कि पीएचडी में पंजीकरण के पश्चात तीन वर्षों तक अभ्यर्थी कहीं अन्यत्र सेवारत अथवा अध्ययनरत नहीं रह सकते। इस आशय का एफिडेविट बाद में जमा करना अनिवार्य होगा। नियमों का उल्लंघन करने पर पंजीकरण निरस्त कर दिया जाएगा, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी अभ्यर्थी की होगी।