Varanasi Ropeway : भारत के पहले और दुनिया के तीसरे सार्वजनिक परिवहन रोपवे का ट्रायल रन (Varanasi Ropeway) सफलतापूर्वक संपन्न हो गया है। यह परीक्षण जनवरी से शुरू होकर अप्रैल तक चला। अब निर्माण से जुड़ी शेष तैयारियों और यात्री सुविधाओं को अंतिम रूप देने पर जोर दिया जा रहा है। संभावना जताई जा रही है कि यह महत्वाकांक्षी परियोजना सितंबर से आम लोगों के लिए शुरू हो जाएगी। उद्घाटन स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए जाने की संभावना है।
Varanasi Ropeway : पहले चरण का 80% कार्य हो चुका है पूरा
रोपवे प्रोजेक्ट (Varanasi Ropeway) के पहले फेज के शुरुआती सेक्शन का लगभग 80 प्रतिशत काम निपट चुका है। शेष 20 प्रतिशत कार्य अगस्त के अंत तक पूरा किए जाने का लक्ष्य है। काशी विद्यापीठ स्टेशन लगभग पूरी तरह बनकर तैयार है, जबकि कैंट स्टेशन की बाहरी दीवारों पर पत्थर लगाने का कार्य इस महीने समाप्त कर दिया जाएगा।
रथयात्रा और गोदौलिया स्टेशनों पर तेज़ी से निर्माण
रथयात्रा स्टेशन का निर्माण मई के आखिर तक पूर्ण कर लिया जाएगा। वहीं, गोदौलिया स्टेशन का काम भी शुरू हो चुका है और जून के अंत तक इसे पूरा करने की योजना है।
स्टेशनों में मिलेंगी आधुनिक सुविधाएं
भारत माता मंदिर के पास 70 मीटर लंबा प्लेटफॉर्म निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में है। यात्रियों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए, कैंट रेलवे स्टेशन पर छह लिफ्ट और चार एस्केलेटर, काशी विद्यापीठ स्टेशन पर चार लिफ्ट और चार एस्केलेटर, और रथयात्रा स्टेशन पर चार लिफ्ट और पाँच एस्केलेटर लगाए जा रहे हैं।
सितंबर में आम जनता के लिए खुलेगा रोपवे
मंडलायुक्त एस. राजलिंगम ने जानकारी दी कि अगस्त तक सभी निर्माण कार्य पूरे कर लिए जाएंगे और इसके बाद सितंबर में रोपवे सेवा आम लोगों के लिए चालू कर दी जाएगी।
