वाराणसी: गंगा आरती के दौरान दशाश्वमेध घाट पर एक बड़ा हादसा टल गया, जब एक किशोरी और उसके पिता गंगा में डूबने लगे। मौके पर मौजूद एनडीआरएफ (NDRF) की टीम ने तत्परता और साहस का परिचय देते हुए दोनों की जान बचा ली।

जानकारी के अनुसार, गुरुवार शाम एक किशोरी, आशी मिश्रा, अपने पिता नवीन मिश्रा के साथ काशी दर्शन के बाद गंगा आरती में शामिल होने दशाश्वमेध घाट पहुंची थी। घाट पर नाव से उतरते वक्त आशी का पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में चली गई। बेटी को डूबता देख उसके पिता भी तुरंत पानी में कूद पड़े, लेकिन वह भी तेज बहाव में डूबने लगे।
घटना के वक्त घाट पर तैनात 11वीं बटालियन NDRF के जवानों ने बिना किसी देर के गंगा में छलांग लगाई और कुछ ही मिनटों में दोनों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इस साहसिक कार्य की घाट पर मौजूद श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों ने जमकर सराहना की।
NDRF उपमहानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा के दिशा-निर्देशन में घाटों पर तैनात ये जवान लगातार सतर्कता से निगरानी कर रहे हैं। उनका उद्देश्य किसी भी आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया देकर लोगों की जान बचाना है।
