रामगोपाल यादव की टिप्पणी पर बढ़ा विवाद, मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू Aparna Yadav ने की माफी की मांग…

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। एक कार्यक्रम के दौरान भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह को लेकर की गई जातिसूचक टिप्पणी को लेकर भाजपा नेताओं ने उन्हें आड़े हाथों लिया है। अब इस विवाद में सपा संस्थापक परिवार की बहू और भाजपा नेता अपर्णा यादव (Aparna Yadav) ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है।

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Aparna Yadav बोलीं – “देश की बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं”

उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव (Aparna Yadav) ने रामगोपाल यादव के बयान की कड़ी आलोचना करते हुए कहा, “देश की बेटी, जो भारतीय वायुसेना में सेवा दे रही है, उसका इस तरह अपमान करना शर्मनाक है। एक वरिष्ठ नेता को ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। उन्हें तुरंत माफी मांगनी चाहिए।”

अपर्णा (Aparna Yadav) ने कहा कि सपा सांसद की सफाई और भी हास्यास्पद है। उन्होंने जोड़ते हुए कहा कि अगर भाजपा का कोई नेता गलत बयान देता है, तो पार्टी उस पर कार्रवाई करती है। ऐसे में विपक्षी दलों को भी अपने नेताओं के बयानों पर जिम्मेदारी लेनी चाहिए।

बीजेपी नेता विजय शाह के मामले पर भी दी प्रतिक्रिया

मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री विजय शाह के बयान पर जब अपर्णा यादव से सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा,

“हमारी पार्टी ऐसे मामलों में कार्रवाई करती है, लेकिन विपक्ष को भी अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। इंडिया गठबंधन के नेताओं को भी जवाबदेह बनाया जाना चाहिए।”

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रामगोपाल यादव की सफाई, कहा- “बात को तोड़ा-मरोड़ा गया”

बढ़ते विवाद के बीच रामगोपाल यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर सफाई दी। उन्होंने लिखा कि उनका इरादा किसी का अपमान करने का नहीं था। उन्होंने कहा कि उनका बयान कुछ राज्यों में जाति और धर्म के आधार पर हो रहे उत्पीड़न को लेकर था।

उन्होंने कहा, “मैंने सिर्फ ये कहा कि कुछ अफसरों को नाम और धर्म देखकर गालियां दी जाती हैं। अगर उन्हें पता चल जाता कि व्योमिका सिंह जाटव हैं या एयर मार्शल अवधेश भारती यादव हैं, तो शायद उन्हें भी निशाना बनाया जाता।”

मुख्यमंत्री योगी पर भी पलटवार

रामगोपाल यादव ने अपनी पोस्ट में सीएम योगी आदित्यनाथ को भी घेरा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने बिना पूरा बयान सुने ही ट्वीट कर दिया।“मुख्यमंत्री की नाक के नीचे दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहे हैं, लेकिन बयान मेरे खिलाफ दिए जा रहे हैं। मीडिया का एक हिस्सा सरकार के पक्ष में झुका हुआ है, उनसे मुझे कोई उम्मीद नहीं।”

रामगोपाल यादव की टिप्पणी ने राजनीतिक गलियारों में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। एक ओर जहां भाजपा ने इसे वायुसेना की महिला अधिकारी का अपमान बताया, वहीं सपा नेता ने सफाई देकर अपना पक्ष रखने की कोशिश की है। अब देखना होगा कि यह मामला आगे और क्या मोड़ लेता है।

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