Naugarh/Chandauli : रोटरी क्लब वाराणसी नॉर्थ (Rotary Club) और महर्षि वाल्मीकि सेवा संस्थान ने एक बार फिर सामाजिक जिम्मेदारी और मानवीय संवेदनाओं का परिचय देते हुए नौगढ़ में एक भव्य सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया। इस समारोह में आठ वनवासी कन्याओं का विवाह वैदिक रीति-रिवाजों के साथ संपन्न हुआ, जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों ने एकजुट होकर नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद और गृहस्थ जीवन के लिए आवश्यक सामग्री प्रदान की। यह आयोजन न केवल विवाह का उत्सव था, बल्कि सामाजिक एकता, संस्कार और तकनीकी सशक्तिकरण का एक अनूठा संगम भी रहा।
मुख्य अतिथि कैलाश आचार्य ने अपने संबोधन में कहा कि आधुनिकता की दौड़ में समाज अपनी परंपराओं और सामाजिक जिम्मेदारियों को नहीं भूला है। उन्होंने रोटरी क्लब वाराणसी नॉर्थ और महर्षि वाल्मीकि सेवा संस्थान की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह आयोजन समाज को संस्कारों और सेवा के माध्यम से मजबूत करने का एक जीवंत उदाहरण है। उन्होंने नवविवाहित जोड़ों को आत्मनिर्भरता और गरिमामय गृहस्थ जीवन जीने की प्रेरणा दी।

विशिष्ट अतिथि एसडीएम आलोक कुमार ने समारोह की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह आयोजन विवाह संस्कार को केवल दो व्यक्तियों के मिलन तक सीमित नहीं रखता, बल्कि यह दो परिवारों, दो संस्कृतियों और पूरे समाज के समागम का प्रतीक है। उन्होंने रोटरी क्लब के अध्यक्ष नीरज अग्रवाल के नेतृत्व में किए गए इस कार्य को सामाजिक दायित्व का एक आदर्श उदाहरण बताया।
विवाह समारोह वैदिक रीति-रिवाजों के साथ संपन्न हुआ, जिसे वाराणसी के प्रतिष्ठित आचार्य पं. विजय बिहारी पांडे ने संपन्न कराया। कन्यादान की पवित्र परंपरा का निर्वहन शहर के वरिष्ठ उद्यमी राममोहन दास अग्रवाल और श्री गणेश अग्रवाल ने भावपूर्ण ढंग से किया। इस समारोह में निम्नलिखित आठ जोड़ों ने सात फेरे लिए:
- कु. संजना संग रमेश
- कु. संजना संग विवेक कुमार
- कु. राजनंदनी संग वासुदेव
- कु. सोनी संग गोविंद
- कु. प्रतिमा संग कल्लू
- कु. चाँदनी संग शमशेर
- कु. आरती संग अनिल
- कु. शीलवंती संग अनिल

रोटरी क्लब वाराणसी नॉर्थ के अध्यक्ष नीरज अग्रवाल ने बताया कि प्रत्येक नवविवाहित जोड़े को गृहस्थ जीवन की शुरुआत के लिए आवश्यक सभी घरेलू सामान उपहार स्वरूप प्रदान किए गए। उन्होंने इसे “एक परिवार बसाने की जिम्मेदारी” का हिस्सा बताया। विश्व हिंदू परिषद के उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के सेवा प्रमुख राधेश्याम द्विवेदी ने कन्यादान को मानव सेवा का सर्वोच्च रूप बताते हुए कहा कि यह केवल एक रस्म नहीं, बल्कि पीढ़ियों को संस्कार सौंपने का माध्यम है।

इस अवसर पर एक आधुनिक कंप्यूटर लैब का उद्घाटन भी किया गया, जिसे स्वाधीन वर्मा ने प्रदान किया। यह लैब नौगढ़ के छात्रावास में रह रहे वनवासी बच्चों को डिजिटल साक्षरता और आधुनिक शिक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। यह पहल तकनीकी सशक्तिकरण के साथ-साथ सामाजिक उत्थान की दिशा में एक बड़ा कदम है।


महर्षि वाल्मीकि सेवा संस्थान पिछले 30 वर्षों से नौगढ़ के वनवासी क्षेत्र में शिक्षा, संस्कार और स्वावलंबन के क्षेत्र में कार्यरत है। वर्तमान में यह संस्था लगभग 70 बच्चों को आवासीय सुविधा के साथ पूर्ण शिक्षा प्रदान कर रही है। रोटरी क्लब वाराणसी नॉर्थ समय-समय पर संसाधनों, एम्बुलेंस, कंप्यूटर और शैक्षिक सामग्री के माध्यम से इस सेवा यात्रा को सहयोग देता रहा है। समारोह की व्यवस्था संस्थान के अध्यक्ष अनिल किंजवाडेकर, कोषाध्यक्ष सीए सतीश जैन, मंत्री अवध बिहारी मिश्रा और संयुक्त मंत्री अनिल यादव के नेतृत्व में की गई।

इस आयोजन में रोटरी क्लब के विशिष्ट सदस्यों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जिनमें सुरेश खंडेलवाल, अभय सिंह, राजेश भार्गव, दीपक माहेश्वरी, इंद्रसेन सिंह, नर्मदानंद दुबे, सी. के. त्रिवेदी, राकेश रस्तोगी, राजीव शुक्ला, रुचि भार्गव, मधु अग्रवाल, सपना खंडेलवाल, अनघा किंजवाडेकर और शैलेन्द्र श्रीवास्तव शामिल थे। रोटरी की असिस्टेंट गवर्नर मीना सिंह ने नवविवाहित जोड़ों को गृहस्थ धर्म की मर्यादा और जिम्मेदारियों से अवगत कराया।