Varanasi : मिलावटखोरी के खिलाफ निर्णायक लड़ाई का बिगुल बजाते हुए खाद्य व्यापार मंडल (Food Trade Board) ने ‘शुद्धता ही सुरक्षा है’ के मूलमंत्र को लेकर एक महाअभियान का शुभारंभ किया है। मंडल के अध्यक्ष नवरतन राठी के नेतृत्व में शुरू हुआ यह अभियान शहर के विभिन्न व्यापारिक और औद्योगिक क्षेत्रों में जनजागरूकता और सुरक्षा के मानकों के पालन पर केंद्रित है।
गत रविवार को मंडल की कार्यसमिति की बैठक में लिए गए संकल्प के तहत इस अभियान की विधिवत शुरुआत की गई। इसके तहत मंडल की टीमों ने पांडेयपुर, पहड़िया, सुसवाही, मैदागिन, कबीर चौरा, सिगरा, कैंट, चांदपुर, चितईपुर, कचहरी और महमूरगंज जैसे प्रमुख क्षेत्रों में निर्माताओं और खाद्य कारोबारियों से संपर्क साधा।

अभियान की शुरुआत मैदागिन के कृपलानी मार्केट और गुरुनानक मार्केट की खाद्य इकाइयों से हुई। यहाँ मंडल की टीमों ने ढाबों एवं भोजनालयों में कार्यरत कर्मचारियों को सेफ्टी कैप और हैंड ग्लब्स पहनाकर स्वच्छता का संदेश दिया। इसके बाद टीम कबीर चौरा स्थित औघड़नाथ तकिया पहुँची, जहाँ मिठाई निर्माण प्रक्रिया का अवलोकन कर सेफ्टी प्रोटोकॉल को लेकर सलाह दी गई।
जनजागरूकता को व्यवस्थित रूप देने हेतु मंडल ने प्रथम चरण में विभिन्न क्षेत्रों में 4-5 सदस्यों की टीमें गठित की हैं। इनका दायित्व है कि वे सीधे उत्पादकों से संवाद कर मिलावट के दुष्परिणाम, शुद्धता की आवश्यकता और उपभोक्ता स्वास्थ्य के महत्व पर चर्चा करें। मंडल ने सलाह तक सीमित न रहकर कर्मचारियों को सेफ्टी गियर (सेफ कैप व हैंड ग्लब्स) भी वितरित किए। यह पहल स्वस्थ उत्पादन को व्यवहार में उतारने की दिशा में सशक्त उदाहरण बनी।

मंडल अध्यक्ष नवरतन राठी ने स्पष्ट किया कि मिलावट के विरुद्ध यह कोई प्रतीकात्मक या एक-दिवसीय कार्यक्रम नहीं है, यह एक निरंतर चलने वाला जनांदोलन है। व्यापारी और उत्पादक उपभोक्ताओं को शुद्ध, सुरक्षित और गुणवत्ता-युक्त खाद्य सामग्री उपलब्ध कराना अपना नैतिक कर्तव्य समझें। उन्होंने कहा कि काशी से शुद्धता की एक आदर्श मिसाल कायम होनी चाहिए और सभी व्यापारियों को इस अभियान में और तेजी से जुटना चाहिए।

अभियान में मंडल के अध्यक्ष नवरतन राठी के साथ चरणजीत सिंह, विजय घंडवानी, गौरव राठी, सुशील जोतवानी, विनोद मंगलानी, पप्पू केशरी, हिमांशु घंडवानी, रवि होतवानी समेत कई पदाधिकारी सक्रिय रूप से उपस्थित रहे।
