Varanasi : महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ (MGKVP) में प्रवेश प्रक्रिया में परीक्षा लागू करने और छात्र हितों से जुड़ी अन्य मांगों को लेकर पिछले 18 दिनों से आंदोलनरत छात्रों के समर्थन में अब सर्वदलीय छात्र संगठनों ने मोर्चा संभाल लिया है। कुलपति से वार्ता विफल होने के बाद छात्र नेता अमित पटेल ‘रिंकू’ ने कहा कि 31 मई को शाम 4 बजे भारत माता मंदिर पर ‘सर्वदलीय छात्र युवा पंचायत’ का आयोजन किया जाएगा।
आज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ए.के. त्यागी से छात्र प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की, लेकिन उनके जवाब से असंतुष्ट होकर छात्र नेताओं ने आंदोलन को तेज़ करने का ऐलान किया।

छात्र नेता अमित पटेल ‘रिंकू’ ने कहा कि मेरिट आधारित प्रवेश प्रणाली ग्रामीण और सरकारी स्कूलों से आए छात्रों के साथ अन्याय करती है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी हिंदी माध्यम स्कूलों के छात्रों का प्रतिशत अक्सर कॉन्वेंट स्कूलों से कम होता है, जिससे उन्हें उच्च शिक्षा में अवसर नहीं मिल पाते। यह प्रतिभा का दमन है। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन पर ‘हठधर्मी रुख’ अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि अब छात्रों ने निर्णायक लड़ाई की रणनीति के तहत यह पंचायत बुलाई है।
कुलपति से वार्ता में विभिन्न छात्र संगठनों से जुड़े प्रमुख नेता शामिल हुए, जिनमें:
- अमित पटेल ‘रिंकू’
- विकास सिंह (पूर्व महामंत्री)
- समीर मिश्रा (पूर्व महामंत्री)
- अनुपम सिंह (पूर्व अध्यक्ष, गंगापुर परिषद)
- शुभम सेठ (पूर्व अध्यक्ष, गंगापुर परिषद)
- अजय पाल, प्रभु पटेल, गणेश राय सहित कई छात्र नेता मौजूद रहे।

छात्रों की प्रमुख मांगों में प्रवेश परीक्षा की बहाली, छात्र सुविधाओं में सुधार और ग्रामीण व गरीब छात्रों के लिए न्यायोचित व्यवस्था की मांग शामिल है।
