Varanasi : DM सत्येंद्र कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को जनपद में संचालित निराश्रित गोवंश संरक्षण और आश्रय स्थलों की व्यवस्था को लेकर एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में पशुओं के लिए चारा, पानी, गर्मी से बचाव और तकनीकी निगरानी की स्थिति पर विस्तार से चर्चा हुई।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी गो-आश्रय स्थलों (cow shelters) पर पशुओं के लिए समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, जिसमें हरा चारा, साइलेज, भूसा, स्वच्छ पानी और गर्मी से बचाव के उपाय प्राथमिकता में हों। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को संयुक्त निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की जमीनी हकीकत देखने तथा फोटोग्राफ के साथ रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

डीएम ने कहा कि जून माह तक सभी गो-आश्रय स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य रूप से लगाए जाएं। इसके साथ ही विकास भवन स्थित एक केंद्रीय कंट्रोल रूम से सभी स्थलों की निगरानी की व्यवस्था की जाए ताकि पशुओं की सुरक्षा और देखभाल में कोई चूक न हो। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी गौशालाओं में स्प्रिंकलर सिस्टम युक्त काऊ शेड की व्यवस्था हो, जिससे गर्मी से पशुओं को राहत मिल सके। इसके साथ ही तिरपाल और ग्रीन नेट के प्रयोग की समीक्षा करते हुए व्यवस्था को और बेहतर बनाने पर जोर दिया।

जिलाधिकारी ने कहा कि गौशालाओं से जिन गोवंशों को सुपुर्द किया गया है, उनकी अनिवार्य रूप से जियोटैगिंग कराई जाए, जिससे उनके ठिकानों का सटीक डिजिटल रिकॉर्ड रखा जा सके। डीएम ने अपंजीकृत आश्रय स्थलों के तत्काल पंजीकरण के निर्देश दिए। इसके अलावा सभी बीडीओ को स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से वर्मी कम्पोस्टिंग के जरिए खाद निर्माण की पहल करने के लिए भी निर्देशित किया गया, जिससे गोवंश आश्रय स्थलों को आत्मनिर्भर बनाया जा सके।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, डीडीओ, पीडी डीआरडीए, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, सभी बीडीओ, एडीओ (पंचायत व पशुपालन) और डिप्टी सीवीओ उपस्थित रहे। सीवीओ ने जानकारी दी कि जनपद के 49 गो-आश्रय स्थलों पर चारे, भूसे और पानी की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
