Varanasi : माइक्रोटेक कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी का दीक्षांत समारोह और वार्षिकोत्सव(Microtek College Convocation) शुक्रवार को दो चरणों में स्वतंत्रता भवन, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में हर्षोल्लास और भव्यता के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर 388 से अधिक विद्यार्थियों को डिग्रियाँ प्रदान की गईं और 34 मेधावी छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने समां बाँध दिया।

कार्यक्रम की शुरुआत कॉलेज के शैक्षणिक जुलूस द्वारा मुख्य अतिथि प्रो. टी.एन. सिंह, निदेशक, आईआईटी पटना, की अगवानी के साथ हुई। प्रो. सिंह, जो पूर्व में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ और वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति रह चुके हैं, उन्होंने दीप प्रज्ज्वलन कर समारोह का उद्घाटन किया। कॉलेज के अधिशासी निदेशक डॉ. पंकज राजहंस ने अतिथियों—प्रो. राजकुमार, पूर्व कुलपति, पंजाब यूनिवर्सिटी और डीन, मैनेजमेंट विभाग, बीएचयू; प्रो. अनित गौतम, इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट साइंस, बीएचयू; विनोद श्रीनिवासन, नेशनल हेड, GUVI (HCL) यू.एन. त्रिपाठी, रीजनल डायरेक्टर, IGNOU—का अंगवस्त्र और मोमेंटो देकर स्वागत किया।
प्रो. टी.एन. सिंह ने अपने दीक्षांत भाषण में कहा कि तकनीकी शिक्षा के सामने कई चुनौतियाँ हैं, लेकिन चुनौतियों के बिना काम में आनंद नहीं। आज का युग हुनर का है। अपने भीतर कौशल विकसित करें, सफलता अवश्य मिलेगी। असफलता को स्वीकार करने की हिम्मत भी रखें। उन्होंने माइक्रोटेक कॉलेज की तकनीकी शिक्षा में अग्रणी भूमिका और पुरस्कारों की प्रशंसा की। साथ ही उन्होंने कहा कि 2030 तक भारत का लक्ष्य 50% स्कूली बच्चों को उच्च शिक्षा प्रदान करना है। माइक्रोटेक जैसी संस्थाएँ इस लक्ष्य को साकार करने में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं।

प्रो. सिंह ने 34 मेधावी छात्र-छात्राओं—आदिति जायसवाल, अमीषा सिंह, आंचल पटेल, सौम्या तिवारी, आशुतोष चौबे, मोहम्मद शमीन, समरीन फातमा, हर्षिता श्रीवास्तव, प्रियांशी त्रिपाठी, शुभांशु श्रीवास्तव, साक्षी सिंह, आशीष कुमार शुक्ला, सौम्या मौर्या और अन्य—को गोल्ड मेडल प्रदान किए।
विनोद श्रीनिवासन, नेशनल हेड, GUVI (HCL) ने कहा कि माइक्रोटेक के छात्रों के लिए HCL के दरवाजे हमेशा खुले हैं। उन्होंने हाल ही में HCL और GUVI के साथ साइन किए गए MoU का जिक्र किया, जिसके तहत छात्रों को हाइब्रिड इंटर्नशिप और प्लेसमेंट के अवसर मिलेंगे। उन्होंने कॉलेज की शैक्षणिक गुणवत्ता और छात्रों की प्रतिभा की सराहना की।
डॉ. पंकज राजहंस ने गुरु के महत्व को श्लोक के माध्यम से रेखांकित करते हुए कहा कि माइक्रोटेक कॉलेज की स्थापना 2000 में हुई थी। आज यह 25 वर्ष का युवा वृक्ष बन चुका है। अब तक 15,000 छात्र यहाँ से पास हुए, जिनमें 10,000 Apple, TCS, HCL, Google और Amazon जैसी कंपनियों में उच्च पैकेज पर कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि कॉलेज को 50 से अधिक पुरस्कार मिल चुके हैं। उन्होंने कहा, “छात्रों की तरक्की ही हमारी पहचान है।


समारोह में एल्यूमनी अवार्ड, प्लेसमेंट अवार्ड और शैक्षणिक योगदान के लिए पुरस्कार प्रदान किए गए। 388 से अधिक विद्यार्थियों को डिग्रियाँ दी गईं, जिनके चेहरों पर खुशी की चमक साफ दिखाई दी।
वार्षिकोत्सव: सांस्कृतिक रंग
दूसरे चरण में वार्षिकोत्सव का उद्घाटन डॉ. पंकज राजहंस और जनरल सेक्रेटरी नीरज राजहंस ने दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सिद्धांत थापा एंड ग्रुप की गणेश वंदना, सृष्टि शर्मा एंड ग्रुप का बॉलीवुड वेस्टर्न डांस, कशिश मौर्या एंड ग्रुप का झाँसी एक्ट, सागर पांडे एंड ग्रुप का बॉलीवुड बॉय डांस, आरची जिंदल एंड ग्रुप का इंडियन बॉलीवुड गर्ल डांस, हर्ष गुप्ता एंड ग्रुप की मॉडलिंग और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ ग्रुप की प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोह लिया। जाह्नवी जायसवाल और आदित्य पांडे एंड ग्रुप की एंकरिंग ने कार्यक्रम को जीवंत बनाया। नृत्य, गीत, फैशन शो और मिमिक्री जैसे कार्यक्रमों में छात्र-छात्राओं ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।

कार्यक्रम का संचालन जयमंगल सिंह, बृज मोहन श्रीवास्तव, स्नेहा चतुर्वेदी, विपुल त्रिपाठी, नेहा शाहिद और रवि राजपूत ने किया। डॉ. पंकज राजहंस ने माइक्रोटेक कॉलेज के मलदहिया, संकट मोचन, लालपुर, बड़ागाँव और जौनपुर-केराकत परिसरों के छात्र-छात्राओं, अभिभावकों, प्राध्यापकों और कर्मचारियों को कार्यक्रम की सफलता के लिए धन्यवाद दिया।