Varanasi : केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री रामनाथ ठाकुर ने ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान 2025’ के तहत वाराणसी के पनियरा गाँव में भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान (IIVR) द्वारा आयोजित किसान संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने किसानों, किसान उत्पादक संगठनों (FPO) और विभिन्न संस्थानों द्वारा लगाई गई कृषि प्रदर्शनी का अवलोकन किया, जिसमें IIVR, धान अनुसंधान संस्थान (IRRI), रिन्यू पावर और अन्य संस्थाएँ शामिल थीं।
कार्यक्रम की मुख्य झलकियाँ
- डीएसआर तकनीक का निरीक्षण: ठाकुर ने पनियरा गाँव के किसान लल्लन दुबे के खेत में डायरेक्ट सीडेड राइस (DSR) तकनीक से लगाए गए धान के खेत का दौरा किया। DSR एक टिकाऊ और वैज्ञानिक विधि है, जो पानी की 30-40% बचत, लागत में कमी और उत्पादन में वृद्धि करती है। मंत्री ने किसान से इस तकनीक की उपयोगिता और अनुभव पर चर्चा की।
- प्रदर्शनी और पुरस्कार वितरण: कार्यक्रम में FPO और किसानों ने अपने उत्पादों, जैसे उन्नत बीज, जैविक खाद और सब्जियों को प्रदर्शित किया। ठाकुर ने प्रगतिशील किसानों को प्रमाण पत्र वितरित किए, जिसमें स्थानीय किसानों की मेहनत और नवाचार की सराहना की गई।
- उपस्थिति: राष्ट्रीय बीज अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ. संजय कुमार, पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त प्रगतिशील किसान चंद्रशेखर सिंह, गाँव की प्रधान, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) के प्रभारी डॉ. नवीन सिंह और राज्य कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

किसान संवाद में मंत्री के विचार
ठाकुर ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि वैज्ञानिकों को किसानों के कल्याण को केंद्र में रखकर शोध करना चाहिए। किसान वैज्ञानिकों पर भरोसा करते हैं और वैज्ञानिक भी कड़ी मेहनत से नई तकनीकें विकसित कर रहे हैं। ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के जरिए हम लैब से खेत तक ज्ञान और तकनीक पहुँचाने का प्रयास कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने DSR, ड्रिप सिंचाई और जैविक खेती जैसी तकनीकों को अपनाने पर जोर दिया, जो जलवायु परिवर्तन के दौर में टिकाऊ और लाभकारी हैं। उन्होंने किसानों से कृषि विज्ञान केंद्रों (KVK) और ICAR संस्थानों से जुड़ने की अपील की।

मोदी सरकार की योजनाएँ और भविष्य की दिशा
मीडिया से बातचीत में ठाकुर ने कहा:
- केंद्र सरकार, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में, किसानों की आय दोगुनी करने और खेती को उन्नत बनाने पर लगातार काम कर रही है।
- रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का उपयोग कम करने के लिए जीरो बजट नेचुरल फार्मिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है।
- मृदा स्वास्थ्य कार्ड, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना और किसान क्रेडिट कार्ड जैसी योजनाओं के जरिए किसानों को सशक्त किया जा रहा है।
- अभियान के तहत 29 मई से 12 जून 2025 तक देश के 700 से अधिक जिलों में 1.5 करोड़ किसानों तक पहुँचने का लक्ष्य है।

‘विकसित कृषि संकल्प अभियान 2025’ के तहत पनियरा में आयोजित यह कार्यक्रम वाराणसी के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। केंद्रीय राज्यमंत्री रामनाथ ठाकुर की सक्रिय भागीदारी और DSR जैसी तकनीकों का प्रदर्शन किसानों में नई उम्मीद जगा रहा है।
