Jeneva/Varanasi : स्विट्जरलैंड की राजधानी जिनेवा के पालैस डेस नेशन्स में आयोजित 113वें अंतरराष्ट्रीय श्रम सम्मेलन (International Labour Conference – ILC) में UP के श्रम एवं रोजगार मंत्री अनिल राजभर ने भारत और उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया। इस दौरान उन्होंने भारतीय दूतावास में भारत रत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके सामाजिक समानता, श्रमिक अधिकारों और दलित उत्थान के लिए किए गए योगदान को याद किया।

ILC 2025 में अनिल राजभर की भागीदारी
- सम्मेलन का उद्देश्य: 2 से 13 जून 2025 तक चल रहे ILC के 113वें सत्र में अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के 187 सदस्य देशों के सरकारी, नियोक्ता और श्रमिक प्रतिनिधि वैश्विक श्रम मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं। एजेंडा में शामिल प्रमुख विषय हैं:
- भारत का प्रतिनिधित्व: अनिल राजभर, जो उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री और वाराणसी के शिवपुर से विधायक हैं, उन्होंने भारत की श्रम नीतियों और उत्तर प्रदेश में श्रमिक कल्याण के लिए लागू योजनाओं को वैश्विक मंच पर रेखांकित किया। उन्होंने ‘श्रमेव जयते’ नारे के तहत यूपी सरकार की पहल, जैसे अटल आवासीय विद्यालय, श्रमिक सराय योजना, और लेबर स्टैंड (लेबर अड्डा) की चर्चा की, जो श्रमिकों के बच्चों को शिक्षा और श्रमिकों को अस्थायी आश्रय प्रदान करने पर केंद्रित हैं।
- उत्तर प्रदेश की उपलब्धियाँ: राजभर ने बताया कि यूपी में श्रमिकों के लिए 10 सक्रिय योजनाएँ चल रही हैं, जो गर्भावस्था से लेकर जीवन के अंत तक सहायता प्रदान करती हैं। कारखाना पंजीकरण में वृद्धि और बाहरी राज्यों से श्रमिकों का आगमन यूपी में रोजगार के अवसरों की बढ़ती माँग को दर्शाता है।

डॉ. अम्बेडकर को श्रद्धांजलि
- भारतीय दूतावास, जिनेवा में आयोजित एक कार्यक्रम में राजभर ने डॉ. अम्बेडकर की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि डॉ. अम्बेडकर ने सामाजिक समानता और श्रमिक अधिकारों के लिए जो संघर्ष किया, वह आज भी प्रेरणा देता है। यूपी सरकार उनके सिद्धांतों को श्रमिक कल्याण योजनाओं के माध्यम से लागू कर रही है।
- यह कदम न केवल भारत की सामाजिक न्याय की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि ILO के सामाजिक न्याय और सम्मानजनक कार्य के मिशन से भी संरेखित है।

अनिल राजभर की ILC 2025 में भागीदारी और डॉ. अम्बेडकर को श्रद्धांजलि ने भारत और उत्तर प्रदेश की श्रमिक कल्याण और सामाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्धता को वैश्विक मंच पर प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया। यह सम्मेलन वैश्विक श्रम मानकों को मजबूत करने और भारत की “विकसित भारत” की दृष्टि को साकार करने में महत्वपूर्ण है।
