Varanasi : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट निर्देशों के बाद वाराणसी के दिल कहे जाने वाले दालमंडी इलाके में सड़क चौड़ीकरण का कार्य रफ्तार पकड़ चुका है। रविवार को पीडब्ल्यूडी, नगर निगम और जलकल विभाग की संयुक्त टीम पुलिस बल के साथ इलाके में पहुंची और फाइनल नापी का काम शुरू किया। जैसे ही टीम ने दुकान-मकानों के आगे निशान लगाना शुरू किया, स्थानीय लोगों में हलचल मच गई।

टीम लगातार माइक पर लोगों से अपील करती रही कि वे निशान तक की जगह खुद खाली कर दें। एक दिन में ही दालमंडी से लंगड़ा हाफिज तक कुल 189 मकानों और दुकानों की माप पूरी कर ली गई।
अब 9 मीटर की नहीं, 17.5 मीटर चौड़ी होगी दालमंडी की सड़क
वर्तमान में दालमंडी की संकरी गलियों की चौड़ाई लगभग 9 मीटर है। इस गलती को सुधारते हुए प्रशासन ने तय किया है कि अब यह गलियां 17.5 मीटर चौड़ी होंगी। कुल मिलाकर करीब 650 मीटर लंबी सड़क को नए सिरे से विकसित किया जाएगा। इस बड़े प्रोजेक्ट के लिए 200 करोड़ रुपये का टेंडर पहले ही जारी हो चुका है और 20 करोड़ रुपये की शुरुआती राशि शासन से मिल चुकी है।

मॉडल रोड बनेगी दालमंडी की सड़क
प्रशासन का लक्ष्य है कि दालमंडी को मॉडल सड़क के रूप में विकसित किया जाए। इसके तहत न केवल सड़क चौड़ी होगी, बल्कि बिजली, पानी और नाले की लाइनें भी अब अंडरग्राउंड डाली जाएंगी। इसके अलावा नई सीवर लाइन बिछाने की योजना भी तैयार है और उसका सर्वे कार्य पूरा हो चुका है।

मुआवजा मिलेगा, फिर आगे की कार्रवाई
अधिकारियों के अनुसार, जिन घरों और दुकानों पर नापी हुई है, उन्हें नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा। मुआवजे के बाद ही ध्वस्तीकरण और निर्माण की अगली कार्रवाई शुरू की जाएगी। प्रशासन हर प्रभावित परिवार को उचित सहायता देने का भरोसा दिला रहा है।

दालमंडी का यह बदलाव आने वाले समय में वाराणसी की यातायात व्यवस्था को न सिर्फ राहत देगा, बल्कि इस ऐतिहासिक क्षेत्र को नया स्वरूप भी देगा।