Varanasi: वाराणसी की एंटी करप्शन टीम ने सोमवार को पुलिस लाइंस स्थित पुलिस हॉस्पिटल में बड़ी कार्रवाई करते हुए एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया। आरोपी कर्मचारी सेवालाल ने मेडिकल सर्टिफिकेट के लिए 4500 रुपये की रिश्वत मांगी थी, जिसके बाद टीम ने उसे दबोच लिया। तलाशी में नोटों का मिलान होने पर उसे लालपुर पांडेयपुर थाने ले जाया गया, जहां उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
Varanasi के सारनाथ थाना क्षेत्र के तिलमापुर आशापुर निवासी राजेंद्र प्रसाद राय, जो फायर ब्रिगेड से 2018 में रिटायर हुए थे, लंबे समय से उच्च रक्तचाप, मधुमेह और किडनी की समस्याओं से जूझ रहे थे। उनके बेटे वेदप्रकाश राय ने इलाज के बाद बिल क्लेम करने के लिए पुलिस हॉस्पिटल में दस्तावेज जमा किए। बिल पास करने के लिए कर्मचारी सेवालाल ने 4500 रुपये की रिश्वत मांगी। वेदप्रकाश ने रिश्वत देने से इनकार किया और एंटी करप्शन कार्यालय में शिकायत दर्ज की।
एंटी करप्शन टीम ने योजना बनाकर वेदप्रकाश को पैसे देने के लिए कहा। जैसे ही सेवालाल ने रुपये लिए, टीम ने उसे रंगेहाथ पकड़ लिया। Varanasi के चोलापुर निवासी सेवालाल ने पूछताछ में स्वीकार किया कि रिश्वत की रकम केवल उसके लिए नहीं थी, बल्कि इसमें अन्य कर्मचारियों का भी हिस्सा था। उसने कुछ सहयोगियों के नाम भी उजागर किए, जिसके बाद उच्च अधिकारियों की संलिप्तता की भी आशंका जताई जा रही है।
एंटी करप्शन टीम मामले की गहन जांच कर रही है। इस कार्रवाई से पुलिस हॉस्पिटल में व्याप्त भ्रष्टाचार की गहरी जड़ों का खुलासा हुआ है, और आगे की जांच में बड़े खुलासे की संभावना है।