Varanasi : संचारी रोगों की रोकथाम और जनजागरूकता को लेकर वाराणसी में मंगलवार से विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान (Communicable disease control campaign) की शुरुआत हो गई। इस जनहितकारी अभियान की औपचारिक शुरुआत मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) कार्यालय, दुर्गाकुंड से की गई, जहाँ CMO डॉ. संदीप चौधरी ने जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के साथ नगर निगम के सफाई कर्मचारी, आशा कार्यकर्ता और अन्य संबंधित विभागों के प्रतिनिधियों ने उत्साह के साथ सहभागिता की। रैली की अगुवाई नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.के. चौधरी ने की, जो कि क्षेत्रीय जनता को संचारी रोगों के प्रति जागरूक करने हेतु निकाली गई।

संचारी रोगों पर CMO की गंभीर चेतावनी
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी ने अभियान के उद्देश्यों को स्पष्ट करते हुए कहा कि जागरूकता ही संचारी रोगों से बचाव का सबसे प्रभावी हथियार है। यह अभियान केवल सरकारी औपचारिकता नहीं, बल्कि एक जनसहभागी अनुष्ठान है, जो प्रदेश सरकार की ओर से लोगों को संक्रामक बीमारियों से बचाने के लिए चलाया जा रहा है
उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत और सामुदायिक स्तर पर साफ-सफाई और स्वच्छता के प्रति थोड़ी सी सजगता हमें और हमारे समाज को गंभीर बीमारियों से बचा सकती है। लोगों को चाहिए कि वे अपने घरों और आस-पास जल जमाव न होने दें, स्वच्छ पेयजल का सेवन करें और बीमारियों के लक्षणों को नजरअंदाज न करें।

अभियान में अनेक विभागों की सक्रिय भागीदारी
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.के. चौधरी ने कहा कि यह अभियान केवल स्वास्थ्य विभाग तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें विभिन्न विभागों की सहभागिता सुनिश्चित की गई है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, नगर विकास, पंचायती राज, बाल विकास एवं पुष्टाहार, शिक्षा, कृषि, सिंचाई, सूचना विभाग और उद्यान विभाग सहित कई विभागों को विशेष जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।
डॉ. चौधरी ने यह भी कहा कि विभिन्न विभागों के अधिकारी घर-घर जाकर जनमानस को जागरूक करेंगे, साथ ही संचारी रोगों के स्रोतों को चिह्नित कर उन पर निरोधात्मक कार्रवाई की जाएगी।

वेक्टर जनित रोगों पर विशेष ध्यान
ACMO (वेक्टर बार्न) डॉ. अमित सिंह ने बताया कि यह विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान 31 जुलाई तक चलेगा, जिसमें मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया जैसे वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम के लिए विशेष कार्यक्रम चलाए जाएंगे। इस दौरान स्वास्थ्य टीम घर-घर जाकर बुखार, टीबी, फाइलेरिया जैसे लक्षणों वाले व्यक्तियों की जानकारी एकत्र करेगी और उन्हें आवश्यक चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराएगी।
उन्होंने बताया कि बीमार व्यक्तियों का विवरण (नाम, पता, मोबाइल नंबर आदि) एकत्र कर ANM के माध्यम से ब्लॉक स्तर तक भेजा जाएगा, ताकि समय पर उपचार सुनिश्चित हो सके। साथ ही, आवश्यकता पड़ने पर सरकारी एम्बुलेंस की भी व्यवस्था रहेगी।

11 जुलाई से दस्तक अभियान भी शुरू होगा
डॉ. अमित सिंह ने यह भी जानकारी दी कि 11 से 31 जुलाई तक “दस्तक अभियान” भी चलाया जाएगा। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर रोगी खोजेगी, और संभावित मरीजों की पहचान कर उन्हें आवश्यक उपचार दिलाया जाएगा।
मच्छरनाशक कार्रवाई और रोकथाम उपाय
जिला मलेरिया अधिकारी (DMO) शरद चंद्र पांडेय ने बताया कि अभियान के अंतर्गत जहां मच्छर जनित बीमारियों की संभावना होगी, वहां फॉगिंग, एंटी-लार्वा स्प्रे और साफ-सफाई जैसे कदम उठाए जाएंगे। विभागीय समन्वय से निरोधात्मक कार्रवाई की पूरी तैयारी है।
इस अभियान की शुरुआत में वरिष्ठ मलेरिया निरीक्षक अजय कुमार मिश्रा, यूनिसेफ प्रतिनिधि आर.सी. प्रदीप विश्वकर्मा, डॉ. शाहिद पाथ, डॉ. ओजस्विनी त्रिवेदी, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीगण, आशा कार्यकर्ता, स्वच्छता कर्मचारी समेत सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।

वाराणसी में संचारी रोगों की रोकथाम हेतु चलाया गया यह विशेष अभियान सरकार, प्रशासन और आमजन के समन्वय से संचालित एक प्रभावी पहल है। इसका उद्देश्य केवल रोगों से बचाव नहीं, बल्कि जनजागरण के माध्यम से स्वस्थ समाज की दिशा में ठोस कदम उठाना है। 31 जुलाई तक चलेगा विशेष संचारी रोग नियंत्रण और दस्तक अभियान, CMO ने किया रैली का शुभारंभ
