Sarnath Elevated Road: सारनाथ में पर्यटकों की सुविधा और बौद्ध सर्किट को बढ़ावा देने के लिए 161.35 करोड़ रुपये की लागत से 11.80 मीटर लंबे फोरलेन एलिवेटेड रोड का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। यह उत्तर प्रदेश का दूसरा एलिवेटेड रोड होगा, जो जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान से रिंग रोड तक बनाया जा रहा है। इसके बनने से पर्यटक मात्र 4 मिनट में रिंग रोड तक पहुंच सकेंगे, साथ ही गांव के रास्तों पर लगने वाले जाम से मुक्ति मिलेगी। इससे विदेशी पर्यटकों के सामने बेहतर छवि प्रस्तुत होगी।
पर्यटकों का सफर होगा आसान
वर्तमान में सारनाथ से रिंग रोड तक पहुंचने में पर्यटकों को जाम और लंबी दूरी की समस्या का सामना करना पड़ता है। गांव के रास्तों पर जाम के कारण अक्सर विवाद की स्थिति बनती है, जिससे क्षेत्र की छवि प्रभावित होती है। इस Elevated Road के बनने से यह समस्या खत्म हो जाएगी। कार्यदायी संस्था, राजकीय सेतु निगम, ने मिट्टी की स्वायल टेस्टिंग पूरी कर प्लांट स्थापित कर दिया है। फाइनल डिजाइन के इंतजार के बाद पाइलिंग का काम शुरू होगा। रास्ते में जलभराव की समस्या को देखते हुए एलिवेटेड रोड बनाने का निर्णय लिया गया।

161.35 करोड़ की लागत, 56.47 करोड़ अवमुक्त
शासन ने इस Elevated Road परियोजना के लिए 161.35 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं, जिसमें से 56.47 करोड़ रुपये अवमुक्त हो चुके हैं। पहले 261 करोड़ और फिर 290 करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन बजट कम कर 161.35 करोड़ रुपये में निर्माण को मंजूरी दी गई। परियोजना का शिलान्यास अप्रैल 2025 में होगा और जुलाई 2027 तक कार्य पूरा होने की उम्मीद है।
बौद्ध सर्किट का प्रमुख केंद्र
भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ में रोजाना हजारों देसी-विदेशी पर्यटक आते हैं। यहां चीन, तिब्बत, जापान, कंबोडिया, कोरिया, वियतनाम आदि देशों के मंदिर हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। पर्यटक पुरातात्विक अवशेष देखने और बुद्ध का दर्शन-पूजन करने आते हैं। पहले संग्रहालय से मुनारी मार्ग और सिंहपुर गांव से फोरलेन सड़क बनाने की योजना थी, लेकिन अब जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान से रिंग रोड तक सड़क बनाई जा रही है।
ऐसे बनेगी सड़क
Elevated Road जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान से शुरू होकर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और वियतनाम मंदिर के पास से गुजरते हुए रिंग रोड तक जाएगी। रिंग रोड से जमीन का स्तर नीचे होने के कारण एलिवेटेड रोड का निर्माण किया जा रहा है।
योजना पर एक नजर

- लागत: 161.35 करोड़ रुपये
- लंबाई: 11.80 मीटर
- अवमुक्त राशि: 56.47 करोड़ रुपये
- शिलान्यास: अप्रैल 2025
- कार्य पूरा: जुलाई 2027
एलिवेटेड रोड क्या होती है?
Elevated Road एक ऐसी सड़क होती है जो जमीन से ऊपर खंभों (पिलर्स) या स्तंभों पर बनाई जाती है। इसे फ्लाईओवर या ओवरब्रिज के समान समझा जा सकता है, लेकिन यह आमतौर पर लंबी दूरी के लिए बनाई जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य सड़क पर यातायात को सुगम बनाना, जाम की समस्या से निजात दिलाना और नीचे की सड़कों पर चलने वाले यातायात को बिना रुकावट के चलने देना होता है।
Elevated Road का निर्माण विशेष रूप से उन क्षेत्रों में किया जाता है जहां जलभराव, तंग रास्ते या भारी ट्रैफिक की समस्या होती है। यह सड़क पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए तेज और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करती है। सारनाथ में बनने वाला यह एलिवेटेड रोड जलभराव की समस्या को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है, ताकि बरसात के मौसम में भी यात्रा बाधित न हो। इसके अलावा, यह सड़क बौद्ध सर्किट को जोड़ने और पर्यटकों की सुविधा बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
परियोजना प्रबंधक, सेतु निगम, एसके निरंजन ने बताया कि कार्यदायी संस्था ने Elevated Road निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। मिट्टी की स्वायल टेस्टिंग के साथ प्लांट स्थापित हो चुका है। डिजाइन जल्द तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि काम में तेजी लाई जा सके।