Varanasi: काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के आयुर्विज्ञान संस्थान (IMS) में कैंसर मरीजों के इलाज को और बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। 32 करोड़ रुपये की लागत से रेडियोथेरेपी विभाग में अत्याधुनिक लीनियर एक्सीलेरेटर मशीन खरीदी जाएगी। इसके लिए धन की स्वीकृति मिल चुकी है और अब औपचारिक प्रक्रियाएं तेजी से पूरी की जा रही हैं।
IMS BHU के रेडियोथेरेपी विभाग के अध्यक्ष डॉ. सुनील चौधरी ने बताया कि यह मशीन अत्याधुनिक तकनीक से युक्त होगी, जिससे रेडियोथेरेपी के दौरान केवल कैंसर ग्रस्त कोशिकाओं को ही निशाना बनाया जाएगा और शरीर के अन्य सामान्य कोशिकाएं सुरक्षित रहेंगी। इससे मरीजों को बेहतर और कम साइड इफेक्ट वाला इलाज मिल सकेगा।
वर्तमान में BHU विभाग में एक पुरानी लीनियर एक्सीलेरेटर मशीन और एक कोबाल्ट मशीन है, जिनकी क्षमता सीमित है। प्रतिदिन औसतन 200 से अधिक मरीजों को रेडियोथेरेपी की जरूरत होती है, लेकिन मौजूदा संसाधनों से केवल 125 मरीजों की ही उपचार संभव हो पाता है। शेष मरीजों को अगली तारीख देनी पड़ती है।
IMS BHU निदेशक प्रो. एसएन संखवार ने कहा, “लीनियर एक्सीलेरेटर मशीन खरीदे जाने की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। इसके आने के बाद कैंसर मरीजों को समय पर और अधिक प्रभावी इलाज मिल सकेगा।”
गौरतलब है कि BHU को एम्स जैसी सुविधाओं से लैस करने के लिए पिछले महीने स्टैंडिंग फाइनेंस कमेटी की बैठक में 100 करोड़ रुपये की नई मशीनों की खरीद को मंजूरी दी गई थी, जिसके तहत अब विभागवार उपकरण खरीदे जा रहे हैं।
