Varanasi : एल.टी. कॉलेज परिसर में स्थित विवेकानंद प्रवास स्थल को संरक्षित करने की मांग को लेकर शुक्रवार को अधिवक्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय (डीएम पोर्टिको) पर जोरदार धरना प्रदर्शन (Advocates Protest) किया। अधिवक्ता हाथों में “विवेकानंद प्रवास स्थल बचाओ” और “प्रधानमंत्री तक हमारी बात पहुंचाओ” जैसे नारे लिखी तख्तियां लिए हुए थे।

धरना प्रदर्शन का नेतृत्व वरिष्ठ अधिवक्ता विनोद पांडेय ‘भैयाजी’ ने किया। इस दौरान Advocates ने प्रशासन से मांग की कि स्वामी विवेकानंद के ऐतिहासिक प्रवास स्थल को किसी भी तरह की शासकीय योजनाओं या निर्माण कार्यों से क्षतिग्रस्त न किया जाए, बल्कि इसे राष्ट्रीय धरोहर के रूप में विकसित किया जाए।

अधिवक्ताओं की मांगें :
- विवेकानंद प्रवास स्थल को संरक्षित स्मारक घोषित किया जाए।
- स्थल पर किसी भी तरह के तोड़फोड़ या निर्माण को रोका जाए।
- स्थानीय प्रशासन व राज्य सरकार तत्काल इस विषय पर संज्ञान ले।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक यह मांग पहुंचाई जाए।

धरना स्थल पर मौजूद Advocates ने कहा कि यह कोई केवल ईंट-पत्थर का ढांचा नहीं, बल्कि देश की आध्यात्मिक चेतना का केंद्र है, जिसे बचाना हर नागरिक का दायित्व है। यदि हमारी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया, तो यह आंदोलन बड़ा रूप लेगा और अधिवक्ता समुदाय सड़क से संसद तक संघर्ष करने को बाध्य होगा – विनोद पांडेय ‘भैयाजी’ ने कहा। इस शांतिपूर्ण प्रदर्शन के माध्यम से Advocates ने स्पष्ट कर दिया कि स्वामी विवेकानंद के विरासत स्थल को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

धरने में बनारस बार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री नित्यानंद राय, कमिश्नरी बार के निवर्तमान अध्यक्ष रविशंकर त्रिपाठी, सेन्ट्रल बार के निवर्तमान महामंत्री एवं पूर्व कोषाध्यक्ष राजकुमार तिवारी, वरिष्ठ अधिवक्ताओं में कृष्णकांत दीक्षित, विनोद सिंह, राजीव सिन्हा, संजय पांडे, सतीश कुमार तिवारी, आलोक सौरभ, विपिन शुक्ला, धीरेन्द्र श्रीवास्तव, श्यामधर पासी, नृपेन्द्र सिंह ‘नन्हे’, स्वतंत्र जायसवाल, वरुण पांडे, हौसिलाप्रसाद पटेल, रविन्द्र कुमार सिंह, विवेक शर्मा, अनुराग पांडे, सूर्यकुमार गौंड, मनीष राय, ज्ञानप्रकाश राय, सुनील सिंह, सदर तहसील के महामंत्री जितेन्द्र नारायण यादव, प्रबंध समिति सदस्य आनन्द कुमार प्रजापति, पारस मणि आदि उपस्थित रहे।
